शिक्षक अभ्यर्थियों की लिस्ट में गड़बड़ी पाए जाने पर होगी कार्रवाई, शिक्षा मंत्री खुद करेंगे समीक्षा

शिक्षक अभ्यर्थियों की लिस्ट में गड़बड़ी पाए जाने पर होगी कार्रवाई, शिक्षा मंत्री खुद करेंगे समीक्षा

PATNA : बिहार के प्राइमरी स्कूलों के लिए प्रथम चरण के काउंसलिंग में नियोजन इकाईवार चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों की सूची अधिकांश जिलों के एनआईसी पोर्टल पर अपलोड कर दी गई है. सूची में गड़बड़ी करने वाले दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी. 20 जुलाई तक अपलोड करने की अंतिम तारीख थी.


शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि 22 जुलाई को समीक्षा की जाएगी. चयन सूची में अभ्यर्थियों का नाम, कोटी, मेधा अंक, विषय और क्षैतिज आरक्षण दर्शाना अनिवार्य था. क्लास 1 से 5 और 6 से 8 के लिए संबंधित नियोजन इकाई द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति की. काउंसलिंग का प्रथम चरण 5 से 12 जुलाई तक पूरा हो चुका है. काउंसलिंग में शामिल अभ्यर्थी मेघा सूची और आरक्षण रोस्टर को ध्यान में रखकर सूची तैयार की गई है.



शिक्षा विभाग में जिलों को निर्देश दिया था कि नियोजन की कार्रवाई की पारदर्शिता के लिए नियोजन इकाई बाद चयनित अभ्यर्थियों की सूची सार्वजनिक करें. आपको बता दें कि इसके पहले 400 नियोजन इकाईयों की मेधा सूची रद्द कर दी गई थी. शिकायतों और गड़बड़ी को सुधारते हुए नए सिरे से मेधा सूची तैयार करने के लिए कहा गया है. अगस्त में इन इकाइयों की काउंसलिंग होगी.


शिक्षा विभाग के अनुसार कई नियोजन इकाइयों पर नास्तिक इकाई के सदस्य और स्थानीय लोगों की मिलीभगत से व्यवस्था प्रखंडों में नियोजन इकाई के सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज की गई. 90 हजार 762 प्रारंभिक शिक्षकों की बहाली के लिए प्रथम राउंड में 5 से 12 जुलाई तक 4808 नियोजन इकाइयों के लिए काउंसलिंग हुई थी. 4412 पंचायत नियोजन इकाईयों में 20 हजार 803 शिक्षकों की बहाली के लिए काउंसलिंग के बाद 8594 पद खाली रह गए. पदों के खाली रहने के कारण कोटीवार अभ्यर्थियों को नहीं मिलना बताया गया. क्लास 1 से 5 तक के लिए 50 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए रिजर्व है.