PATNA : नालंदा में जहरीली शराब से मौत के बाद नीतीश कुमार चौतरफा घिर गये हैं. विपक्ष के साथ ही उनके सहयोगी दल के नेता भी उनको निशाने पर ले रहे हैं. लेकिन अकेले पड़े नीतीश कुमार को अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का सहारा मिल गया है. एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा कि वह शुरू से नीतीश कुमार के आलोचक रहे हैं, लेकिन वह नीतीश सरकार की शराबबंदी कानून का पूरा समर्थन करते हैं.
अख्तरुल ईमान ने शराबबंदी के समर्थन में महात्मा गांधी के एक कथन का उदहारण भी दिया. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में जब शराबबंदी से ताल्लुक बापू से राय ली गई तो उन्होंने कहा था कि शराबबंदी होनी चाहिए. इसपर लोगों ने कहा कि इससे राजस्व की बहुत हानि होगी. शराबबंदी की आमदनी से स्कूल और अस्पताल चलते हैं. तो इस पर बापू ने कहा कि भले बच्चे बीमार पड़ जायें और अशिक्षित रह जायें, पर शराब पीने की इजाज़त नहीं देंगे हम.
अख्तरुल ईमान ने शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश कुमार की तरीफ की. उन्होंने कहा कि इससे गरीबों के परिवार की हालत सुधरी है. सभ्य समाज में शराब पीकर नाचने का कल्चर खत्म हुआ है. अपराध कम हुआ है. लोग अब निडर होकर सड़क पर घुमते हैं, कोई शराब पीकर उत्पात नहीं मचाता.
नालंदा में जहरीली शराब से मौत मामले पर AIMIM नेता ने कहा कि पहले जब शराब बिकती थी तब भी जहरीली शराब से मौत होती थी. मिलावट तो हर चीज में है. क्या शराबबंदी कानून में ढील देने से शराब से होने वाली मौत कम हो जाएगी. अभी कम से कम लोगों में डर तो है. मैं समीक्षा और संशोधन की जरूरत नहीं समझता. बल्कि और सख्त होना चाहिए कानून.