PATNA: बिहार में शराब का सेवन और व्यापार करना गैर कानूनी है, इसे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया जानती है. बिहार में शराबबंदी के 6 साल से ज्यादा वक्त हो चुके हैं. बावजूद इसके आए दिन बिहार में शराब की पेटियां जब्त की जाती है. बिहार पुलिस के आंकड़ें बताते हैं कि राज्य में पिछले 5 महीनों के दौरान 13 लाख लीटर शराब जब्त की गई. स्वाभाविक है जब 13 लाख लीटर शराब जब्त की गई तो उसी अनुरूप लोगों ने शराब गटकी भी होगी?
बिहार पुलिस की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में इस वर्ष पहले 5 महीने (जनवरी से मई) के दौरान 13.87 लाख लीटर शराब जब्त की गई. इसमें 8 लाख 15 हजार 113 लीटर विदेशी शराब और 5 लाख 72 हजार 115 लीटर देशी शराब शामिल हैं. वहीं, 5 महीने में शराब तस्करी और सेवन से जुड़े मामलों में 47 हजार 249 लोगों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही 5,634 वाहनों को जब्त किया गया. शराबबंदी के उल्लंघन से जुड़े 36,120 मामले दर्ज किए गए.
नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी शराबबंदी योजना की सबसे ज्यादा धज्जियां राजधानी पटना में ही उड़ाई जा रही है. राज्य के पांच सबसे ज्यादा शराब जब्त होने वाले जिलों में पटना 136,485 लीटर के साथ शीर्ष पर है. वहीं, 89 हजार 944 लीटर वैशाली में, 75 हजार 688 लीटर समस्तीपुर में, 75 हजार 294 लीटर सारण में और 69 हजार 327 लीटर शराब औरंगाबाद में जब्त की गई. शराब जनित मामलों में गिरफ्तारी में भी पटना 4580 के साथ पहले नंबर है. वहीँ मुजफ्फरपुर में 3045, सारण में 3005, मोतिहारी में 2293 और गोपालगंज में 1849 गिरफ्तारी हुई.
बता दें कि शराब की निगरानी के लिए 10 नए जिलों में मोटरबोट से गश्ती की जाएगी. मद्य निषेध विभाग ने इसके लिए दो अतिरिक्त टीमों का गठन करते हुए पांच मोटरबोट उपलब्ध कराए हैं. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि फिलहाल पटना, बाढ़, भोजपुर, सारण और वैशाली जिले में लगातार गश्त की जा रही है. इसके माध्यम से बड़ी मात्रा में निर्मित हो रही देशी शराब का पता लगा कर उसे नष्ट किया गया है. इसी को देखते हुए दायरा बढ़ाया गया है।