1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 15 May 2025 10:14:02 AM IST
तबाही का एक छोटा सा उदाहरण, सैटेलाइट तस्वीर - फ़ोटो Google
India Pakistan: पाकिस्तान का आतंकवाद से गहरा नाता एक बार फिर से बेनकाब हो गया है। भारत द्वारा 7 मई 2025 को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों के बाद अब वहां की सरकार और सेना की सच्चाई सामने आई है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट ने पाकिस्तान के झूठे दावों को उजागर किया, जिसमें साफ हुआ कि भारत ने सटीक हमले कर आतंकी अड्डों को तबाह किया। इस बीच, पाकिस्तानी मंत्री राणा तनवीर हुसैन ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर मुज़म्मिल इक़बाल हाशमी से माफी मांगी, जिससे वैश्विक स्तर पर देश की फजीहत हुई है।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का हेडक्वार्टर मरकज-ए-तैयबा, बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना, और सियालकोट में हिजबुल मुजाहिदीन के अड्डे को निशाना बनाया। सैटेलाइट तस्वीरों से पुष्टि हुई कि भारत के मिसाइल हमलों से नूर खान और रफीकी जैसे पाकिस्तानी एयरबेस को भारी नुकसान हुआ। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत ने सटीक और प्रभावी हमले किए, जबकि पाकिस्तान के दावे कि उसने भारतीय सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया.. झूठे हैं, क्योंकि भारतीय इलाकों की सैटेलाइट तस्वीरों में कोई नुकसान नहीं दिखा है।
उधर पाकिस्तान के उद्योग मंत्री राणा तनवीर हुसैन ने मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के तबाह हुए कैंप का दौरा किया और वहां कमांडर मुज़म्मिल इक़बाल हाशमी से मुलाकात की। हाशमी को अमेरिका ने ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है, और वह हाल ही में भगोड़े ज़ाकिर नाइक का लाहौर में स्वागत कर चुका है। राणा ने न केवल माफी मांगी, बल्कि सरकारी खर्चे पर कैंप को दोबारा बनाने का वादा भी किया। यह कदम साबित करता है कि पाकिस्तान की सरकार आतंकवाद को खुला संरक्षण दे रही है, भले ही वैश्विक मंच पर उसकी बेइज्जती हो रही हो।
10 मई को भारत-पाक सीजफायर के बाद पाकिस्तान ने इसे अपनी जीत बताकर “यौम-ए-तशक्कुर” मनाया, लेकिन हकीकत में वह भारत के हमलों से बुरी तरह प्रभावित हुआ। ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए, जिसमें लश्कर का खालिद उर्फ अबू अकाशा और जैश का मोहम्मद हसन खान जैसे हाई-वैल्यू टारगेट शामिल थे। इसके बावजूद, पाकिस्तान ने हाल ही में आईएमएफ से मिले लोन को आतंकी गतिविधियों पर खर्च करने की योजना बनाई है। पाकिस्तान तबाह हुए आतंकी ठिकानों को अब फिर से बनाएगा और मारे गए आतंकियों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देगा।