DESK : साइबर फ्रॉड के बढ़ते आकडों की वजह से आज भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को आगाह किया है. कोरोना महामारी ने पहले ही लोगों की आर्थिक हालत ख़राब कर रखी है. ऐसे में आरटीआई के माध्यम से मिले आंकड़ों पर गौर करें, तो पिछले वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र के तत्कालीन 18 बैंकों में कुल 1,48,428 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के 12,461 मामले सामने आये हैं.
इस तरह के धोखाधड़ी का सबसे बड़ा शिकार भारतीय स्टेट बैंक बना है. एसबीआई में 44,612.93 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़े 6,964 मामले दर्ज किये गए हैं.
इस तरह के बढ़ते साइबर क्राइम की वजह से भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगों को आगाह किया है. आरबीआई ने अपने ट्विटर पर ट्वीट कर ग्राहक से कहा है कि वो किसी भी फोन कॉल, ईमेल, एसएमएस या वेब-लिंक पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी को साझा न करें.
आरबीआई ने ट्वीट करते हुए कहा है साइबर धोखाधड़ी चुटकियों में हो जाती है इसीलिए सतर्क रहना जरुरी है. रिजर्व बैंक ने कहा है कि अपनी निजी जानकारी, कार्ड से जुड़ी जानकारी, बैंक खाता, आधार, पैन की कोई भी जानकारी किसी को ना दें.
इसके साथ ही यदि आपके पास किसी अंजान नंबर से फोन आता है और कोई आपसे बैंक खाता नंबर पूछता है या फिर आपसे केवाईसी की जानकारी चाहता है तो आप तुरंत फोन काट दें. साथ ही इसकी सूचना अपने बैंक को दें.