ARA: भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक ओम प्रकाश मिश्रा ने शाहपुर ब्लॉक के सोनबरसा गांव में सीएसआर की अनेक गतिविधियों का उद्घाटन किया। सोनबरसा गांव में एसबीआई फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे ग्राम सेवा कार्यक्रम के तहत ग्रामीण समुदायों को विभिन्न ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने के लिए उन्होंने ग्राम सेवा केंद्र का उद्घाटन करने के साथ- साथ गांव के गौतम प्लस 2 विद्यालय में स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब, साइंस लैब और गर्ल्स कॉमन रूम का भी उद्घाटन किया। उन्होंने क्षेत्र के 20 गांवों के ग्रामीणों के घर तक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए एक मोबाइल मेडिकल वैन ‘एसबीआई संजीवनी’ को भी हरी झंडी दिखाई।
इस अवसर पर ओम प्रकाश मिश्रा ने कहा कि एसबीआई ने हमेशा एक मजबूत और विकसित ग्रामीण भारत के निर्माण में योगदान देने का प्रयास किया है। ग्राम सेवा और संजीवनी इस दिशा में एसबीआई फाउंडेशन के दो प्रमुख सामुदायिक सेवा उत्तरदायित्व कार्यक्रम हैं। भोजपुर जिले में इन दोनों कार्यक्रमों का उद्घाटन करते हुए बहुत खुशी हो रही है और हमें विश्वास है कि हमारे प्रयासों से स्थानीय लोगों को लाभ होगा।
उन्होंने बताया कि ये दोनों सीएसआर कार्यक्रम एक गैर-लाभकारी संगठन सिटीजन्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में क्रियान्वित किए जा रहे हैं। अगस्त 2023 से जुलाई 2026 तक 3 साल की अवधि के लिए इन कार्यों को संपन्न करने का बजट लगभग रु. 3.35 करोड़ है।'ग्राम सेवा' शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, आजीविका और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों के लिए एक एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम है, वहीं 'संजीवनी' इलाके में गांवों के ग्रामीण समुदायों की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए घर-घर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु मोबाइल मेडिकल वैन प्रदान करने की पहल है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय स्टेट बैंक पटना मंडल के मुख्य महाप्रबंधक शिव ओम दीक्षित ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक न सिर्फ व्यवसाय में देश का सबसे बड़ा एवं श्रेष्ठ बैंक है बल्कि यह सामाजिक विकास, ग्रामीण विकास, कौशल विकास, स्वास्थ्य सुधार, शिक्षा सुधार, नारी सशक्तिकरण और विभिन्न जन हित के कार्यों में भी अग्रणी है। उन्होंने आगे कहा कि सोनवर्षा गांव के विकास के लिए SBI फाउंडेशन द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे ग्रामीण विकास की एकीकृत योजनाओं से यहां की जनता निश्चित रूप से लाभान्वित होगी।
इस अवसर पर बोलते हुए, एसबीआई फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक संजय प्रकाश ने कहा कि एकीकृत विकास दृष्टिकोण के साथ, एसबीआई फाउंडेशन का लक्ष्य इन गांवों में सामाजिक-आर्थिक बदलाव लाना है और इन गांवों को महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम आगे ले जाना है। हम ग्राम पंचायतों, स्कूलों के अधिकारियों, स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों और अन्य सभी के सहयोग एवं समर्थन के लिए आभारी हैं।
बता दें कि एसबीआई फाउंडेशन भारतीय स्टेट बैंक की सीएसआर पहल को जमीन पर उतारता है। "बैंकिंग से इतर सेवा" की अपनी परंपरा के अनुरूप फाउंडेशन ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, स्थिरता और पर्यावरण, आजीविका और कौशल विकास, युवा सशक्तिकरण, खेल को बढ़ावा देने जैसे प्रमुख क्षेत्रों में कार्य करता है और सामुदायिक विकास से जुड़ता है। इस प्रयास में एसबीआई फाउंडेशन भारत के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में काम करता है, और समाज के सबसे कमजोर वर्गों को सीधे और सबसे पारदर्शी तरीके से सामाजिक क्षेत्र में प्रभावी संस्थाओं के साथ रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से समावेशी और सतत विकास हेतु संसाधन उपलब्ध कराने के लिए अनेक पहल करता है। एसबीआई फाउंडेशन स्टेट बैंक समूह के लोकाचार को प्रतिबिंबित करने में विश्वास करता है जो नैतिक हैं, विकास और समानता को बढ़ावा देते हैं और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।