Bihar Crime News: बिहार के हॉस्टल में मासूम छात्र की बेरहमी से हत्या, परिजनों ने किया खूब बवाल Sheikh Hasina : मानवता-विरोधी अपराधों में दोषी शेख हसीना को मौत की सजा, बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण; जानिए क्या है वजह Bihar Crime News: गली में खड़ा होकर मूंछों पर ताव देना पड़ा भारी, बदमाशों ने पीट-पीटकर ले ली युवक की जान; हत्या की वारदात से हड़कंप Bihar Crime News: गली में खड़ा होकर मूंछों पर ताव देना पड़ा भारी, बदमाशों ने पीट-पीटकर ले ली युवक की जान; हत्या की वारदात से हड़कंप Gopalganj crime news : घर में घुसकर बदमाशों ने महिला को गोली मारी, मौके पर मौत; जमीन विवाद में हत्या की आशंका Bihar Crime News: बिहार में कंटेनर से एक करोड़ की विदेशी शराब जब्त, दो स्मगलर अरेस्ट; सोयाबीन में छिपाकर भेजी गई थी बड़ी खेप Bihar Crime News: बिहार में कंटेनर से एक करोड़ की विदेशी शराब जब्त, दो स्मगलर अरेस्ट; सोयाबीन में छिपाकर भेजी गई थी बड़ी खेप Bihar Politics: "मेरे भतीजे, केंद्रीय मंत्री को शानदार जीत के लिए बधाई और शुभकामनाएं", पशुपति पारस ने चिराग पासवान पर लुटाया प्यार Bihar election results : बिहार चुनाव नतीजे: एनडीए की प्रचंड जीत, कई सीटों पर 27 वोट तक का रोमांचक मुकाबला; जानिए वो सीटें जहां जीत-हार का अंतर 500 से कम, Sonepur Mela: विश्वप्रसिद्ध सोनपुर मेला में बिहार पुलिस की प्रदर्शनी, DGP विनय कुमार ने किया उद्घाटन
1st Bihar Published by: Updated Tue, 07 Jul 2020 08:59:03 AM IST
- फ़ोटो
DESK : सावन का पावन महिना भगवान् शिव को अर्पित है, ये बात तो सभी जानते हैं पर इस महीने का प्रत्येक मंगलवार मां पार्वती को समर्पित को समर्पित होता है. इस दिन लोग मां मंगला गौरी की पूजा करते हैं. माना जाता है कि मां मंगला गौरी की विशेष पूजा अर्चना करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है, संतान और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन व्रत और पूजा करने से जीवन में हर मंगल प्रकार से मंगल होता है. साथ ही अगर आप के कुंडली में मंगल का दोष है तो मंगला गौरी की पूजा करने से विशेष फलदायी होता है.
कैसे करें मंगला गौरी की पूजा
मंगला गौरी की पूजा करने में कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है जैसे की – पूजा में मां को अर्पित की जाने वाली हर सामग्री की संख्या 16 में होनी चाहिए. इस व्रत के दौरान आप दिन में एक वक़्त अन्न ग्रहण कर सकते हैं.
प्रातः काल पूजा स्थान की साफ सफाई करने के बाद पूजा प्रारंभ करें. देवी को अक्षत्, सिंदूर, धूप, गंध आदि चढ़ाएं. मां के समक्ष घी का चौमुखी दीपक जलाएं. लाल रंग का पुष्प मां को 16 की संख्या में अवश्य अर्पित करें. लाल रंग का पुष्प मां को अति प्रिय है. साथी लाल रंग की चुनरी, लौंग, इत्र और सुहाग की 16 सामग्री अर्पित करना न भूलें. अंत में पूजा समाप्ति से पहले भगवान शिव और पार्वती की आरती करें.
इस बात का ध्यान रहे की एक बार यह व्रत प्रारंभ करने के बाद पांच वर्षों तक किया जाता है. इसके बाद विधि-विधान से व्रत का उद्यापन कर देना चाहिए.