'सारथी ट्रस्ट’ ने बिहार में गरीब छात्रों के सपनों को दी उड़ान, अब 16 स्टूडेंट बनेंगे डॉक्टर

'सारथी ट्रस्ट’ ने बिहार में गरीब छात्रों के सपनों को दी उड़ान, अब 16 स्टूडेंट बनेंगे डॉक्टर

PATNA: सारथी ट्रस्ट ने 16 जरूरतमंद छात्रों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET 2023 की तैयारी के लिए आर्थिक मदद के रूप में छात्रवृत्ति दी थी। सभी 16 छात्रों ने मेडिकल की परीक्षा पास की है। 16 छात्रों में से 15 छात्रों ने एमबीबीएस कोर्स के लिए क्वालीफाई किया है जबकि एक छात्र ने बीडीएस (डेंटल कोर्स) में सफलता हासिल की है। काउंसलिंग के दौरान 15 छात्रों को देश के विभिन्न हिस्सों में प्रतिष्ठित सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलेगा और एक छात्र को डेंटल कॉलेज में दाखिला मिलेगा। इन छात्रों को भारत के प्रतिष्ठित AIIMS, BHU Maulana Azad college Delhi , lady hardinge medical College Delhi  सरीखे कॉलेज में दाखिला मिलने की संभावना है । 


इन छात्रों में से कुछ के पिता नही है। एक छात्र के पिता कारपेंटर हैं। कई के पिता गरीब किसान और मजदूर हैं तो वही कुछ के पिता फौज से रिटायर्ड हैं। सारथी ट्रस्ट, गोल एजुकेशन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को छात्रों को पेशेवर मार्गदर्शन के साथ परीक्षा की तैयारी में मदद करने और नीट प्रवेश परीक्षा में उनको सफल बनाने के लिए उनके प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता है।


सारथी ट्रस्ट की स्थापना जून 2020 में कोरोना काल के दौरान की गई थी जब लोग जीवन और मौत से जूझ रहे थे। उसी दौरान सारथी ट्रस्ट ने संकल्प लिया कि गरीब और ज़रूरतमंद बच्चो को डॉक्टर बनाने की पहल की जाए। पहली बार अगस्त 2021 में गोल के साथ मिलकर सारथी ट्रस्ट ने ,15 ऐसे गरीब छात्रों का चयन किया गया जो स्कॉलरशिप के हकदार थे पिछले साल भी पंद्रह में से 13 बच्चों  सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला मिला वहीं 2 छात्रों को सरकारी डेंटल कॉलेज में दाखिला मिला।


सारथी ट्रस्ट के द्वारा ,इसके अलावा 40 गरीब लड़कियों को जॉब ओरिएंटेड 6 महीने की कंप्यूटर कोर्स की ट्रेनिंग दी जा रही है। पिछले दो साल के दौरान 60 लड़कियां ये कंप्यूटर कोर्स कर के निकल चुकी हैं और नौकरी कर रहीं हैं। सारथी लर्निंग सेंटर पटना में 5-14 साल के ,55 गरीब बच्चों के लिए आफ्टर स्कूल प्रोग्राम भी चलाया जा रहा है जिसमे बच्चों को अंग्रेज़ी ,मैथ्स , विज्ञान , कंप्यूटर, पेंटिंग, पॉटरी सिखाया जाता है ।


इसके अलावा सारथी ट्रस्ट से जुड़े सभी बच्चों को हमने पिछले 2 साल में ज़रूरत की सामान जैसे कि कम्बल ,कपड़े, जैकेट, घर का राशन, जूता सहित कई सामानों का वितरण किया गया। सारथी ट्रस्ट ने बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के ग्रामीण इलाके में खेल को भी बढ़ावा दे रहा है। इसके तहत दिसंबर 2022 में पूर्वी चंपारण के चिरैया प्रखंड में एक फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे करीब  100 खिलाड़ियों को  ब्रांडेड कम्पनी के फुटबॉल बूट, ट्रैक सूट ,जर्सी , बैग और खेल के सामान उपलब्ध कराए गए ।


साथ हीं मार्च 2023 में पूर्वी चंपारण जिला के पताही प्रखंड में  फ्लड लाइट में 10 टीम की एक क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमे करीब 200 खिलाड़ियों को क्रिकेट किट ,कलर ड्रेस, जूता इत्यादि दिए गए। भविष्य में सारथी ग्रामीण इलाके में युवाओं और महिलाओं के लिये रोज़गार , स्वास्थ्य संबंधी अभियान , और खेलकूद के कार्यक्रम चलाने की योजना बना रही है।


सारथी ट्रस्ट की कोफाउंडर श्यामलिका कृष्ण ने बताया की सारथी ट्रस्ट की स्थापना गरीब और जरूतमंद लोगों का हर क्षेत्र में उत्थान के लिए किया गया है। इसी कड़ी में हमने 2 साल पहले जब पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही थी  तब हमने जरूरतमंद बच्चों को डॉक्टर बनाने के लिए स्कॉलरशिप योजना शुरू की। 


इसमें छात्रों के चयन और उन्हे मार्गदर्शन देने में  हमारे नॉलेज पार्टनर गोल एजुकेशन सर्विस ने भरपूर सहयोग किया । और नतीजा सामने है की पिछले साल की तरह हमारे सारे 16  छात्र  NEET 2023 Medical exam में क्वालीफाई कर गए । हम आगे बिहार के ग्ग्रामीण इलाके में युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार और युवाओं के बीच खेल को बढ़ावा , स्वास्थ्य संबंधी अभियान का कार्यक्रम चलाएंगे।