JAMUI: बिहार के जमुई जिले में खैरमा मध्य विद्यालय के हेडमास्टर बुद्ध प्रकाश को इन दिनों रील्स बनाने का भूत सवार हो गया है। सोशल मीडिया पर रील्स देखते-देखते उन्हें भी शॉर्ट वीडियो बनाने का शौक चढ़ा। फिर क्या था उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को ही कैमरामैन बना दिया। बच्चों को बढ़ाने की जगह वो उनसे अपना वीडियो बनवाने लगे। भोजपुरी और मगही के अश्लील गानों पर वो बच्चों के सामने वीडियो बनाने लगे। कई वीडियो हेडमास्टर साहब का सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
जब हेडमास्टर से वायरल रील्स के बारे पूछा गया तो उनका कहना था कि बच्चों के बहकावे में आकर ऐसा किया। जबकि बच्चों ने बताया था कि हेडमास्टर साहब रील्स इसलिए बनाए हैं कि लाइक सब्सक्राइब मिलेगा और कमाई भी हो जाएगा। पैसे की लालच में हेडमास्टर रील्स बच्चों से बनबाने लगे। हेडमास्टर साहब के वायरल वीडियो को देख लोग भी कहने लगे हैं कि जब गुरू जी ऐसा करेंगे तब बच्चों से क्या करेंगे? बच्चे तो उन्ही को देखकर ही ना सिखेंगे। हेडमास्टर साहब को सरकार मोटी सैलरी देती है तब क्यों लालच कर रहे हैं? हेडमास्टर साहब क्यों सोशल मीडिया प्लेटफार्म से पैसे कमाने के चक्कर में पड़े हैं। हेडमास्टर साहब के रील्स को देखकर लोग भी हैरान हैं।
जमुई में सोशल मीडिया के इस युग में जब हर उम्र और तबके के लोग इंस्टाग्राम पर रील्स और वीडियो बनाने का शौक पाल रहे हैं, तो उसी के चपेट में अब विद्यालयों के शिक्षक भी आ गए हैं। जमुई नगर परिषद क्षेत्र के खैरमा स्थित मध्य विद्यालय के शिक्षक और प्रधानाध्यापक बुद्ध प्रकाश का भोजपुरी गानों पर रील्स बनाने का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना ने न केवल शिक्षा जगत में हड़कंप मचा दिया है, बल्कि पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब प्रधानाध्यापक का एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें वे स्कूल के बच्चों को कैमरा मैन बनाकर, अपने ऑफिस के बंद कमरे में भोजपुरी और मगही गानों पर रील्स बनाते नजर आ रहे हैं। वीडियो में प्रधानाध्यापक विभिन्न गानों पर डांस कर रहे हैं, और यह सब कुछ स्कूल समय के दौरान ही हो रहा है। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, हेडमास्टर बुद्ध प्रकाश पूरे शहर में चर्चा का केंद्र बन गए।
पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि प्रधानाध्यापक बुद्ध प्रकाश ने इस पूरे कृत्य का दोष बच्चों पर डालते हुए कहा कि उन्हें बच्चों ने यह सब करने के लिए प्रेरित किया था। रिपोर्टर से बातचीत के दौरान हेडमास्टर ने कहा, "बच्चों ने मुझे बताया कि इंस्टाग्राम पर रील्स डालने से फॉलोअर्स और लाइक्स मिलेंगे, जिससे पैसा भी कमाया जा सकता है। मैंने भी सोचा कि कुछ कमा लिया जाए, और बच्चों के कहने पर रील्स बनानी शुरू कर दी।" हेडमास्टर ने यह भी दावा किया कि बच्चों ने उन्हें यह बताया था कि जितनी ज्यादा रील्स वायरल होंगी, उतना ही पैसा मिलेगा। इसी लालच में आकर प्रधानाध्यापक ने अपने ऑफिस में रील्स बनानी शुरू कर दीं।
जिला शिक्षा अधिकारी ने गठित की जांच टीम
जैसे ही यह मामला जिला शिक्षा विभाग के संज्ञान में आया, जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) राजेश कुमार ने तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया। उन्होंने कहा, "हमने एक जांच टीम गठित की है जो पूरे मामले की गहन जांच करेगी। यदि प्रधानाध्यापक दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विद्यालय के अन्य शिक्षकों और छात्रों से भी पूछताछ की जाएगी।"
शिक्षा विभाग द्वारा यह भी कहा गया है कि विद्यालय में प्रधानाध्यापक की ऐसी गतिविधियों का बच्चों पर क्या असर पड़ रहा है, यह भी जांच का हिस्सा होगा। एक शिक्षक, जो बच्चों को सही राह दिखाने का जिम्मेदार है, खुद ही बच्चों से रील्स बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं, यह बेहद गंभीर मामला है।
बच्चे ही बने कैमरा मैन
वायरल वीडियो में और भी चौंकाने वाली बात यह है कि स्कूल के बच्चों ने खुद स्वीकार किया कि वे ही हेडमास्टर का कैमरा मैन बने हुए थे। आठवीं कक्षा के छात्रों ने खुलासा किया कि उन्हें प्रधानाध्यापक ने क्लासरूम से बुलाकर अपने ऑफिस में रील्स बनाने का काम सौंपा था।
एक छात्र ने कहा, "हम ही सर के लिए वीडियो बनाते हैं। सर भोजपुरी गानों पर डांस करते हैं और हम उनका वीडियो रिकॉर्ड करते हैं। सर ने हमें कहा था कि वीडियो वायरल होगा और पैसे मिलेंगे।" छात्रों ने यह भी बताया कि सर ने कई बार ऑफिस का गेट बंद कर उन्हें रील्स बनाने के लिए कहा।
इस तरह के खुलासे ने पूरे शिक्षा महकमे में हलचल मचा दी है। जब प्रधानाध्यापक से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं बच्चों के बहकावे में आ गया था। उन्होंने कहा था कि पैसे मिलेंगे और मैंने सोचा कि क्यों न कोशिश की जाए। मुझे नहीं पता था कि मामला इतना बड़ा हो जाएगा।"
क्या बच्चों पर पड़ रहा है गलत प्रभाव?
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए कि इस तरह की हरकतें स्कूल में बच्चों के भविष्य और मानसिकता पर क्या असर डालेंगी। एक तरफ जहां विद्यालय बच्चों को अनुशासन और नैतिक शिक्षा देने का स्थान माना जाता है, वहीं दूसरी तरफ प्रधानाध्यापक खुद सोशल मीडिया पर वायरल होने की होड़ में भोजपुरी गानों पर नाचते नजर आ रहे हैं।
जब रिपोर्टर ने प्रधानाध्यापक से पूछा कि क्या उन्हें नहीं लगता कि इस तरह के वीडियो बनाने से बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ेगा, तो उन्होंने स्वीकार किया, "हां, यह गलत है। मुझसे गलती हो गई। अब आगे से मैं ऐसी गलती नहीं करूंगा। बच्चों के बहकावे में आ गया था, लेकिन अब मैंने सबक सीख लिया है।"
शहर में चर्चा का विषय
इस वायरल वीडियो के सामने आने के बाद से पूरा शहर इस मुद्दे पर चर्चा हर जगह हो रही हैै। कुछ लोग इसे मजाक के तौर पर ले रहे हैं, जबकि अन्य इसे शिक्षा व्यवस्था की गंभीर स्थिति के रूप में देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग हेडमास्टर के वीडियो को लेकर मीम्स बना रहे हैं और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। वहीं, कुछ अभिभावक और शिक्षक समुदाय के लोग इसे शिक्षा के गिरते स्तर की ओर संकेत मान रहे हैं। एक स्थानीय अभिभावक ने कहा, "हम अपने बच्चों को स्कूल इसलिए भेजते हैं ताकि वे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें। अगर स्कूल का प्रधानाध्यापक खुद इस तरह की हरकतें करेगा तो बच्चों का भविष्य क्या होगा?"