शराबबंदी पर बोले बिहार के मद्य निषेध मंत्री, शराबबंदी को और सख्ती से पालन किया जाएगा: सुनील कुमार

शराबबंदी पर बोले बिहार के मद्य निषेध मंत्री, शराबबंदी को और सख्ती से पालन किया जाएगा: सुनील कुमार

PATNA: मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शराबबंदी पर समीक्षा बैठक की गयी। इस समीक्षा बैठक पर बिहार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि समीक्षा बैठक में कई बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून को और सख्ती से पालन किया जाएगा। शराब मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शराबबंदी में जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती जाएगी उस स्तर पर कार्रवाई की जाएगी।शराबबंदी को सफल बनाने के लिए हमारी टीमें दूसरे राज्यों की मदद लेगी। पंजाब,हरियाणा,हिमाचल और झारखंड में 6000 से ज्यादा लोगों को शराब मामले में गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय पुलिस की मदद से शराब तस्करी को रोका जाएगा। इस पर विशेष ध्यान देने के लिए सभी स्तर के लोगों को कहा गया है। अब जो जिम्मेदारी दी गयी है उसे और सख्ती से पालन किया जाएगा ताकि किसी तरह की दुखद घटना की पुनरावृति ना हो। डीजीपी, होम सेक्रेटरी, आईजी, डीआईजी सभी को इसकी समीक्षा की जिम्मेदारी दी गयी है।  


वही बिहार में जहरीली शराब से बेतिया,गोपालगंज,मुजफ्फरपुर में हुई मौतों के बाद मचे हड़कंप पर विपक्ष लगातार सवाल कर रहा है तो वहीं सत्ता पक्ष सफाई के साथ-साथ विपक्ष पर भी निशाना साधते नजर आ रहा है। जहरीली शराब से हुई मौतों पर बिहार के आबकारी मंत्री सुनील कुमार से बताया कि विपक्ष के सुझावों पर हम विचार करेंगे लेकिन शराबबंदी नाकाम नहीं है। इसे और कड़ाई से पालन किया जाएगा। 


विपक्ष पर निशाना साधते हुए सुनील कुमार ने कहा कि आरोप लगाना आसान है। शराबबंदी के लिए बिहार में कई तरह से काम हो रहा है। एंटी लीकर टास्क फोर्स, पुलिस विभाग और एक्साइज विभाग लगा है. गोपालगंज और बेतिया के मामले में हम स्पेशल टीम बनाकर कार्रवाई करेंगे. सुनील कुमार ने कहा कि कानून का उल्लंघन होगा ही, कोई यह दावा नहीं कर सकता है कि कानून बन गया है तो उसका उल्लंघन नहीं होगा. जहां भी लापरवाही पाई जाती है कार्रवाई हो रही है।


मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शराबबंदी कानून को और सख्ती से पालन किया जाएगा। इस पर विशेष ध्यान देने के लिए सभी स्तर पर कहा गया है। अब जो जिम्मेदारी दी गयी है उसे और सख्ती से पालन किया जाएगा ताकि इस तरह की दुखद घटना की पुनरावृति ना हो। उन्होंने कहा कि आज भी सारे कानून के बावजूद क्राइम होता है इसका मतलब यह नहीं कि कानून दोषी है या इसका पालन कराने वाले फेल्योर हैं। 


मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि 225 पुलिस कर्मी सहित एक्साइज विभाग के पदाधिकारी अब तक बर्खास्त हुए हैं। कईयों पर विभागीय कार्रवाई भी चली है। 60 से ऊपर ऐसे थाना प्रभारी हैं जो अब दस साल तक थाना प्रभारी नहीं बनेंगे। इतनी कड़ाई और विभागों में नहीं है। करप्शन के केस में ऊपरी लेवल पर भी कार्रवाई हुई है। 


मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि चौकीदारों का अपना दायित्व होता है उनका इलाका बहुत छोटा है। चौकीदार सरकारी सेवक है उन्हें अपने इलाके के बारे में जानकारी ना हो यह मुश्किल बात है। शराबबंदी में जिस स्तर पर भी लापरवाही होगी उस पर कार्रवाई हो रही है और आगे भी होगी। हर स्तर के पदाधिकारीयों की जिम्मेदारी तय की गयी है जो लापरवाही हुई है उसके हर स्तर की समीक्षा की जा रही है। थाना पर थानेदार और चौकीदार ही रहता है। जब किसी पर साक्ष्य मिलता है तभी कार्रवाई होती है।