PATNA : बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौतों के मामले में नीतीश सरकार लगातार फजीहत झेल रही है। विपक्ष नीतीश सरकार को चौतरफा घेरे हुए है। शराबबंदी कानून की समीक्षा करने की मांग उठ रही है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह कह चुके हैं कि 16 नवंबर को शराबबंदी को लेकर वे समीक्षा बैठक करेंगे।
लेकिन शराबबंदी कानून बिहार में लागू रहेगा या फिर नीतीश सरकार इस कानून से पीछे हट जाएगी इसको लेकर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। ललन सिंह ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी है और आगे भी लागू रहेगी। ललन सिंह ने विपक्षी हमले के बीच कहा है कि शराबबंदी कानून होने की वजह से बिहार में शराबियों पर नकेल कसी जा सकती है। ललन सिंह ने कहा कि जो लोग भी जहरीली शराब के मामले में दोषी हैं उनके ऊपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
गोपालगंज में पहले भी स्पीडी ट्रायल के जरिए ऐसे मामले में सजा दिलाई जा चुकी है। यह पूछे जाने पर कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है। ललन सिंह ने कहा कि हत्या के खिलाफ कानून होने के बावजूद मर्डर की घटनाएं होती हैं कानून अपनी जगह है और अपराध अपनी जगह लेकिन अपराध करने वाला बिहार में नहीं बचेगा। ललन सिंह ने कहा कि कानून कानून है कानून का उल्लंघन करिएगा तब फांसी होगी सजा होगा जो कानून में प्रावधान है वह लागू होगा।
बिहार में जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि मामले में जांच की जा रही है। कानून के अनुसार काम होगा जो लोग भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और आगे भी लागू रहेगा।
उनसे जब यह पूछा गया कि विपक्ष कह रहा है कि मुख्यमंत्री आवास से ही सब कुछ हो रहा है इस पर उन्होंने कहा कि अगर आप ज्यादा व्याकुल है तो मुख्यमंत्री आवास चले जाइए। वही इस दौरान ललन सिंह ने लालू परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव जैसे खत्म हुआ वैसे ही पूरा परिवार दिल्ली चले गये।
ललन सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान पूरा लालू परिवार कहां था? तेजस्वी यादव ने इस दौरान जब अपने विधानसभा क्षेत्र की खबर नहीं ली तो पूरे बिहार का हाल समाचार क्या लेगा?