संसद में संविधान से समाजवाद शब्द हटाने की साजिश का पर्दाफाश, RJD सांसद मनोज झा की सर्तकता ने बचाया 'समाजवाद' को

संसद में संविधान से समाजवाद शब्द हटाने की साजिश का पर्दाफाश, RJD सांसद मनोज झा की सर्तकता ने बचाया 'समाजवाद' को

DELHI : कल संसद में मोदी सरकार चुपके से एक विधेयक पेश कर रही थी जिसका आरजेडी सांसद मनोज झा ने विरोध किया. दरअसल, यह विधेयक था संविधान की प्रस्तावना से ‘समाजवाद’ शब्द को हटाने का. यह विधेयक मोदी सरकार की ओर से पेश किया गया. लेकिन राजद सांसद मनोज झा ने इस साजिश को बेनकाब कर इसका विरोध किया. और आखिर संसद में इस बिल को वापस लेना पड़ा.


आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मोदी सरकार की इस कारस्तानी को सामने लाया. लालू यादव ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि ये चुपके-चुपके बड़ी धूर्तता से संविधान की प्रस्तावना यानी उसकी आत्मा को ही बदल रहे थे।शर्मनाक!



लालू यादव ने बीजेपी और जेडीयू को निशाने पर लेते हुए कहा कि BJP, RSS और उसकी पिछलग्गू JDU के लिए संविधान मज़ाक, संविधान की प्रस्तावना में निहित शब्द सॉवरेन सेक्युलर सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक इत्यादि मखौल, संवैधानिक प्रक्रियाएँ खेल और संसद खिलौना है.


वहीं तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट किया- केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा संविधान बदलने की एक चोरी कल संसद में पकड़ी गयी. जब इन्होंने संविधान की प्रस्तावना जिसे इसकी आत्मा कहा जाता है उसमें से 'समाजवादी' शब्द को हटाने का संविधान संशोधन विधेयक पेश किया. लेकिन हमारे सजग और सतर्क सदस्यों ने कड़ा विरोध कर इस विधेयक को वापस कराया.