संकल्प यात्रा के दौरान यूपी में गरजे मुकेश सहनी, कहा-भाजपा अगर पहाड़ है तो हम निषाद..बिना तोड़े..छोड़ेंगे नहीं

संकल्प यात्रा के दौरान यूपी में गरजे मुकेश सहनी, कहा-भाजपा अगर पहाड़ है तो हम निषाद..बिना तोड़े..छोड़ेंगे नहीं

PATNA: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी आज अपनी संकल्प यात्रा के क्रम में यूपी के आजमगढ़ पहुंचे। यहां पहुंचने पर निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा का जोरदार और भव्य तरीके से स्वागत किया गया। पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने  मोटरसाइकिल और चारपहिया वाहन के साथ यात्रा में शामिल हुए। मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद मेरे लिए जाति नहीं बल्कि परिवार है। दशरथ मांझी को याद करते हुए यूपी में मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा अगर पहाड़ है तो हम निषाद है बिना तोड़े छोड़ेंगे नहीं। 


इस यात्रा के दौरान संकल्प रथ पर सवार श्री सहनी आजमगढ़ में जिस पड़ाव पर पहुंचे, वहां बड़ी संख्या में लोग उन्हें सुनने के लिए पहुंचे थे। आज की संकल्प यात्रा की शुरुआत शांति चौक, अतरौलिया से हुई, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा पहुंचे थे। यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए श्री सहनी ने कर्मठ और पहाड़ को काट कर रास्ता बनाने के रूप में चर्चित ' पर्वत पुरुष ' दशरथ मांझी को याद करते हुए जोशीले अंदाज में कहा कि भाजपा अगर पहाड़ है,  तो हम निषाद हैं, बिना तोड़े, छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि हम अपने अधिकार लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और हम अपना अधिकार लेकर रहेंगे। 


'सन ऑफ मल्लाह ' के नाम से चर्चित मुकेश सहनी ने उपस्थित लोगों में उत्साह भरते हुए कहा कि वह दिन चला गया जब राजा के घर में ही राजा पैदा होता था अब जिसके पास वोट है वही पीएम और सीएम बनेगा। उन्होंने कहा बिहार में हुई जातीय गणना की रिपोर्ट जारी हुई है, जिससे अब स्पष्ट हो गया। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बस अपनी ताकत पहचानने की जरूरत है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि निषाद मेरे लिए जाति नहीं मेरा परिवार है और परिवार की बात करना  अगर अपराध तो यह अपराध मैं बार - बार करूंगा। जनसभा में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों को बेहतर भविष्य के लिए, अपने हक और अधिकार के लिए संघर्ष के लिए मुकेश सहनी ने हाथों में गंगा जल देकर संकल्प भी करवाया। 


उन्होंने कहा कि कई अन्य राज्यों में निषाद को आरक्षण मिला हुआ है, लेकिन आज बिहार, यूपी और झारखंड में इस आरक्षण को लेकर हमलोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को लालू प्रसाद, रामविलास पासवान, मुलायम सिंह यादव और मायावती का उदाहरण देते हुए पार्टी को मजबूत करने की अपील की। इसके बाद यह यात्रा देउरपुर, कोलहटा, महाराजगंज होते हुए कप्तानगंज पहुंची। मुकेश सहनी ने उपस्थित लोगों को संदेश देते हुए कहा कि जो हमारी सुनेगा उसकी हम सुनेंगे और जो हमारी नहीं सुनेगा उसकी हम भी नहीं सुनेंगे। उन्होंने यूपी की धरती से केंद्र सरकार को साफ लहजे में संदेश दिया कि आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं और गठबंधन नहीं तो वोट नहीं और वोट नहीं तो दिल्ली की सरकार भी नहीं।