SAHARSA: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर हर जगह विशेष तौर पर साफ सफाई की जा रही है। छठ घाटों को अर्घ्य देने लायक बनाया जा रहा है। पूरे इलाके को साफ सुथरा रखने का प्रयास किया जा रहा है। वही सहरसा में छठ घाट की अभी तक सफाई नहीं हो पाई है। जिससे गुस्साएं लोग आज सड़क पर उतर आए और आगजनी कर निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे।
मामला सहरसा के नगर निगम के वार्ड नंबर-31 की है जहां स्थानीय लोगों ने छठ घाट की सफाई नहीं होने से नाराजगी जाहिर की। यही नहीं लोगों ने सहरसा-मधेपुरा मुख्य मार्ग को पूरब बाजार के समीप जामकर दिया। नगर निगम व जिला प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही आगजनी भी की। स्थानीय लोगों का आरोप है कि लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर नगर निगम ने 95 लाख रुपए का निविदा निकालकर एजेंसी को कार्य सौंपा है। लेकिन, अब तक घाटों का सफाई नहीं की जा सकी है।
वार्ड नंबर- 31 निवासी दिलीप शाह, शालिग्राम चौधरी, मनीष चौधरी, संजय कुमार, अशोक चौधरी, अरुण कुमार गुप्ता, धर्मदेव, राजीव कुमार, डिस्को साह समेत अन्य लोगों ने जानकारी दी। घाट की सफाई नहीं होने से स्थानीय नाराज है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बीते मंगलवार से ही चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत हो चुकी है। आज खरना है। ऐसे छठ घाट की सफाई, लाइटिंग, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हो सका है। जिसको लेकर उन लोगों ने कहा कि एजेंसी ने एक लाख 87 हजार रुपए खर्च होनी वाली राशि को खानापूर्ति कर हजम कर लिया।
नगर निगम वार्ड संख्या-31 के वार्ड पार्षद आशीष रंजन ने कहा कि घाट के सफाई को लेकर एजेंसी से लेकर नगर निगम के मुख्य पार्षद और अधिकारी को अवगत कराया। लेकिन अब-तक कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से ही नाराज स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा है। छठ घाट की नहीं सफाई नहीं हुई है जिस कारण स्थानीय लोगों ने आगजनी कर विरोध जताया है। वहीं नगर निगम के उपायुक्त अनिभूति श्रीवास्तव ने कहा कि छठ घाट की सफाई नहीं हुई है। ऐसे में स्थानीय लोगों में गुस्सा है। इस संबंध में लिखित आवेदन लिया जा रहा है, जिस पर कार्रवाई की जाएगी।