सहरसा में नव निर्माण मंच ने मनाया गांधी और शास्त्री की जयंती, बोले पूर्व विधायक..समाज में नफरत फैलाने की हो रही साजिश

सहरसा में नव निर्माण मंच ने मनाया गांधी और शास्त्री की जयंती, बोले पूर्व विधायक..समाज में नफरत फैलाने की हो रही साजिश

SAHARSA: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जयंती समारोह सहरसा में नव निर्माण मंच के तत्वावधान में मनाया गया। इस मौके पर पूर्व विधायक किशोर कुमार ने पुष्प अर्पित किया और लोगों से जातीय विद्वेष और धार्मिक उन्माद की जगह आपसी सद्भाव के साथ रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि संसद से गांव तक जातीय एवं धार्मिक विद्वेश और समाज में नफरत एक बड़ी साजिश की गयी है। सार्वजनिक जीवन में जिस स्तर का भाषा का प्रयोग आज किया जा रहा है वह अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। दो जातियों को आपस में लड़ाने और बिहार को जातीय उन्माद में झोंकने की साजिश चल रही है। जो समाज के लिए बेहद खतरनाक है। 


उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल पर जो कविता संसद में पढ़ी गई वह बिना पढ़े ही सांसद महोदय अपने द्वारा बात कह सकते थे। यह जान-बूझकर उनसे पढ़ावा गया और फिर 6 दिन बाद उसी दल के विधायक-पूर्व सांसद से जान बूझकर नफरत भरा बयान दिलवाया गया। वही कविता पर जिस तरह से प्रतिक्रियाओं का दौर चल रहा है गर्दन काटने से लेकर जीव खींचने की बात तक यह हमारे देश के लोकतंत्र के लिए घातक है। आज हर राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए भाषा के निर्माता स्टार और संस्कार के गिरते क्रम में नजर आते हैं। 


राजपूत, ब्राह्मण सहित सभी जाति का योगदान देश की सुरक्षा विकास और उन्नति में हमेशा से रहा है। इसलिए आज जाति से ज्यादा जरूरत देश के उन मुद्दों पर बात करने की है जिससे सभी जाति के लोग जूझ रहे हैं। ऐसे में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और शास्त्री जी आज बेहद प्रासंगिक है। पूर्व विधायक किशोर कुमार ने कहा कि चुनाव का वक्त है मैं लोगों से अपील करूंगा कि आप वैसे लोगों और नेताओं के झांसे में ना आए जिनकी जुबां से नफरत निकलती है और जिसका खामियाजा समाज को भुगतना पड़ता है। आप खुद सोचिए की जाति की नाम की दुहाई देने वाले नेताओं ने क्या अपने जाति के बेरोजगार लोगों को रोजगार दिलाया है। बिहार और देश में महंगाई स्वास्थ्य क्राइम बाढ़ सुखाड़ जैसे कई मुद्दे हैं जैसे-जैसे चुनाव आ रहा है यह मुद्दे गोन हो रहे हैं और नफरत के मुद्दे प्रमुखता से उछाल जाने लगे हैं। 


हमारा मानना है की जाति धर्म के नाम पर उन्माद करने वाले नेताओं और दल पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और उन्हें चुनाव लड़ने से वंचित कर दिया जाए। आज इस सत्याग्रह के माध्यम से बिहार के लोगों से अपील करता हूं कि जो लोग जातीय या धार्मिक उन्माद और नफरत की बात करते हैं उनके षड्यंत्र से बचे रहें,समाज में सद्भाव और भाईचारा के साथ आपस में मिलकर रहें।बिहार वह स्थान है जहां दुनिया शिक्षा के लिए नालंदा-विक्रमशिला आती थी।बिहार ने दुनिया को लोकतंत्र दिया।बिहार वह धरती है जहाँ भगवान भी आकर ज्ञान प्राप्त किया है।आज बिहार देश का सबसे ज्यादा मैनपॉवर सप्लायर बनकर रह गया है,बावजूद इसके बिहार की स्थिति जाती और धर्म की राजनीति में बेहद खराब है और युवाओं का भविष्य अंधकार में है।


कुछ लोग राजनीति में अपने और परिवार को पद दिलाने के लिए सामाजिक ऐकता को तोड़ने के ऐक्सपर्ड है।यही कारण है कि आज ठाकुर बनाम ब्राह्मण,कभी राजपूत बनाम यादव, अगरा बनाम पिछड़ा,हिन्दु बनाम मुस्लिम की लड़ाई करवाते रहा है।इस लड़ाई में कितने माँ बहन बहु विधवा हो गई,कितना संपत्ति लूट गया, वैसे लोग समाज का दुश्मन है।उसके षड्यंत्र को आप कभी सफल न होने दे।जाति से विद्रोह में हिंदुस्तान का मुक्ति है।हम हर क़ुर्बानी देकर समाज को जाति में लड़ने नहीं देगें। इसलिये आज हम गांधी और शास्त्री जी के जयंती पर उपवास रहकर समरसता सत्याग्रह किया किया है। 


नगर निगम के मेयर बैन प्रिया ने संबोधित करते हुए कहा हमे मिलकर रहना है,समाज को लड़ाने वाले से बचना है तब हम विकास कर सकते है।किशोर भैया ने हमेशा न्याय का साथ दिया है,मेरे चुनाव में ईमानदारी से मदद किया और उसका परिणाम हुआ की मुझे आज आपके सेवा का मौका मिला। इस मौके पर महापौर बैन प्रिय,विजय कुमार झा, विजय झा, संचालन लुकमान अली, अजय कुमार सिंह पूर्व मुखिया, पंचम सिंह, बिजेंद्र ठाकुर, इंदुकेशरी, विद्यासागर खाँ, विक्रम पंजियार, रामचंद्र चौधरी, दिलीप सिंह, रोहित कुमार, सोनू सिंह, संतोष समदर्शी, सुनील यादव, अमित सिंह पूर्व मुखिया, कृष्ण कुमार चौधरी, डॉ सुरेन्द्र झा, प्रवीण सिंह, पंकज कुमार, सुमन सिंह पूर्व समिति, अभिषेक गारा, रामशंकर भगत, अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य मुकेश सिंह, सत्यदेव सिंह, डॉ.नवनीत सिंह, रत्नजय सिंह, दीपक पोद्दार, अभिजीत आनंद, लक्षमण साह मौजूद थे।