PATNA : रुपेश हत्याकांड से जुड़ी इस वक्त की ताजा खबर सामने आ रही है. जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव पटना पहुंचने के साथ ही रुपेश की हत्या के आरोपी ऋतुराज के घर पहुंचे हैं. खेमनीचक स्थित ऋतुराज के घर पर वह परिजनों से मुलाकात कर रहे हैं.
फर्स्ट बिहार के साथ बातचीत में ऋतुराज के परिजनों ने आरोप लगाया था कि पटना पुलिस ने उनके साथ बर्बरता करते हुए जबरदस्ती ऋतुराज से यह कुबूल कराया कि उसने रूपेश की हत्या की है.
ऋतुराज की पत्नी ने पटना पुलिस पर आरोप लगाया कि उसकी पिटाई 2 दिन तक थाने में रखकर की गई और ऋतुराज के पिता को भी पुलिस ने टॉर्चर किया गया. पूर्व सांसद ने ऋतुराज के घर पहुंच कर सबसे पहले उसकी पत्नी साक्षी से मुलाकात की है. उन्होंने विस्तार से साक्षी के ऊपर हुए पुलिसिया जुल्म के बारे में जानकारी ली है.
इससे पहले ऋतु राज की पत्नी साक्षी ने फर्स्ट बिहार की टीम से बातचीत में कहा कि "मेरे पति (ऋतु राज) को फंसाया गया है. पुलिस मुझे उठा के ले गई थी. थाने में पुलिसवालों ने मेरे बदन से कपड़े (स्वेटर) उतारे और फिर हमको बहुत बेरहमी से पीटा. सिर में बहुत मार (चोट) लगी है. घुटने पर डंडे से मारा गया है. मेरे शरीर से शॉल को हटाकर बदन से अन्य कपड़ों को उतारकर (थाने में) नंगा करने की बात कही गई."
ऋतु राज की पत्नी साक्षी ने आगे कहा कि "जिस दिन ऋतु राज को गिरफ्तार किया गया, उसी दिन मुझे भी पुलिस उठा के थाने ले गई. पटना के पुलिसवालों ने मुझे अपने साथ दो दिन और दो रात रखा. पुलिसवाले मेरे शरीर से सारे कपड़े उतारकर नंगा करने की धमकी दे रहे थे और ऋतु राज को (रूपेश की) हत्या का जुर्म कुबूल करने का दबाव बना रहे थे. पुलिसवाले मुझे बहुत अश्लील गालियां दे रहे थे. थाने में और भी ज्यादा अश्लील बातें बोली गईं और मेंटल हैरेसमेंट किया गया. जब मेरे घर से ऋतु राज को गिरफ्तार किया गया तो उस वक्त कोई भी हथियार बरामद नहीं हुआ था. उन्हें हथियार दे दिया गया है. पापा और मेरे हस्बैंड (ऋतुराज) को ले जाने के बाद पुलिस वापस उन्हें लेकर आई थी. और फिर मेरे बेडरूम में हथियार रखा गया. और फिर उनके हाथ में हथियार देकर उन्हें ले जाय गया. पुलिस खुद हथियार लायी थी." जबकि पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में इस बात का दावा किया है कि उन्होंने हत्याकांड के मुख्य आरोपी ऋतुरज के साथ मर्डर वेपन (हथियार) को बरामद किया है.
पत्नी साक्षी ने आगे बताया कि "एयरपोर्ट थाने में (पटना के) एसएसपी और उनके साथी पुलिसकर्मी भी थे." अपने घुटने पर काले निशान को दिखाते हुए रोती-कलपती साक्षी ने कहा कि उसके एंकल (टखना) पर भी मारा गया. थाने में सिर्फ एक महिला पुलिसकर्मी थी और बाकी सब के सब पुरुष पुलिसवाले थे. जब ये सारी घटनाएं हो रही थीं तो मेरे पति ऋतु राज वहीं सामने थे."
ऋतुराज की मां पुष्पा देवी ने फर्स्ट बिहार से बातचीत में कहा कि "पटना पुलिस ने उनके परिवार के साथ बहुत टार्चर किया है. पुलिसवाले घर से उनकी बहू को लेकर गए और फिर उन्होंने अपने साथ तक़रीबन 48 घंटे तक रखा. उसके साथ थाने में काफी गलत सलूक किया गया और फिर रात में तक़रीबन 11 बजे पुलिसवाले ने उसे छोड़ा."
पुष्पा देवी ने आगे विस्तार से बताया कि "पुलिस ने ऋतुराज के पिता मनोरंजन को भी बहुत बेरहमी से पीटा. पुलिस ने उनको बहुत मारा है, जिससे उनके आंख के नीचे काला निशान बन गया है. बहू को थाने में झोंटा (बाल) नोचकर पुलिसवालों ने मारा और रॉड से उसके घुटने पर वार किया. बेंत से भी उसकी पिटाई की गई. उसके पति ऋतुराज के ऊपर दबाव बनाया कि तुम रूपेश की हत्या का जुर्म कुबूल कर लो." ऋतुराज का पूरा परिवार अभी भी भय में जी रहा है. वे लोग काफी डरे हुए हैं. उसकी मां ने कहा कि उन्हें डर है कि पुलिस फिर से उनके पति और बहू को उठा कर न ले जाये. उन्होंने कहा कि "मैं बहुत कष्ट में हूं. मुझे किसी चीज से डर नहीं लेकिन पुलिस से बहुत डर है. डर है कि पुलिस फिर से न आ जाये और मेरे हस्बैंड को उठा कर ले जाये. पुलिसवाले मेरे ईंट भट्ठे पर भी गए थे. वहां से दो बाइक उठाकर ले गए. लेबर के यहां भी पुलिस ने छापेमारी की, जिसके डर से कई लेबर काम छोड़कर भागने लगे. हालांकि मुंशी के समझाने के बाद वे लोग रुके."