PATNA: बीजेपी सांसद सुशील मोदी के बाद जेडीयू नेता व बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल पर हमला बोला है। पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान विजय कुमार चौधरी ने आरजेडी के प्रशिक्षण शिविर पर कहा कि जिनके कार्यकर्ता प्रशिक्षित नहीं है वे उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं। हमारे जेडीयू के कार्यकर्ता पूर्णरूप से प्रशिक्षित हैं, निष्ठावान हैं और मजबूत हैं। जनता दल यूनाइटेड के कार्यकर्ता किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए सक्षम हैं।
वही मध्य प्रदेश सरकार द्वारा रामायण और गीता को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर बिहार के बीजेपी कोटे के मंत्रियों की मांग को लेकर जब मीडिया ने सवाल किए तब इस सवाल को जवाब देते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इस तरह का कोई भी प्रस्ताव अभी शिक्षा विभाग में नहीं आया है। हालांकि उन्होंने कि रामायण और गीता की जानकारी रखना अच्छी बात है। रामायण, महाभारत और गीता को पढ़ने से किसी को कोई रोक नहीं है। किसी भी धर्म और धार्मिक किताबों को बढ़ने से जानकारी बढ़ती है इससे कई बातें सीखने को मिलती है।
वही मधुबनी में कोरोना के तीस नए मरीज मिलने पर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कोरोना का मामले कुछ जिलों और खासकर मधुबनी में बढ़ा है जो बेहद चिंता की बात है। सरकार इस पर पूरी मुस्तैदी बरत रही है। स्वास्थ्य विभाग भी इसे लेकर सजग है सभी रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की कोरोना टेस्ट की जा रही है। बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। जहां मामले बढ़े हैं वहां कोरोना पर नियंत्रण पा लिया जाएगा। कुछ जगहों को छोड़कर अन्य जगहों पर स्थिति नियंत्रण में हैं।
गौरतलब है कि आरजेडी के प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर जेडीयू से पहले बीजेपी ने हमला बोला है। बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने पार्टी कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान राष्ट्रीय जनता दल पर हमला बोला। सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी और प्रशिक्षण शिविर का कोई संबंध नहीं है। आरजेडी में ट्रेनिंग का कार्यक्रम हो ही नहीं सकता। आरजेडी में यदि ट्रेनिंग होगी तो वो काम के बदले पैसा और टिकट के बदले पैसे की ट्रेनिंग होगी। अराजकता और अव्यवस्था का दूसरा नाम राष्ट्रीय जनता दल है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि राजद लाख कोशिश कर ले लोगों को ट्रेनिंग देने की वे ट्रेनिंग दे ही नहीं सकते। टिकट के बदले पैसे लेने पर सुशील मोदी ने कहा कि कांति सिंह से जमीन लेने में भी राजद ने परहेज नहीं किया। यह दल पैसे के लिए ही बना था। जब सत्ता में थे तो लूट से पैसे कमाते थे। पैसा कमाना राजद के लिए चोली और दामन का साथ है।