ROHTAS: डिहरी से राजद के विधायक फतेह बहादुर ने बीते दिनों मां दुर्गा को काल्पनिक बताया था और आपत्तिजनक बयान भी दिया था। इस बयान के सामने आने के बाद गुस्साएं बजरंग दल सहित कई हिन्दू संगठनों ने आरजेडी विधायक फतेह बहादुर का पुतला जलाया और कार्रवाई की मांग की। वही अब राजद विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है।
हिंन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करने और मां दुर्गा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर डेहरी SDJM कुमार गिरिन्द गौरव की कोर्ट में पंकज सिंह ने परिवाद दायर किया है और कार्रवाई की मांग की है। पंकज सिंह ने कोर्ट को बताया कि राजद विधायक के बयान से लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचा है।
डेहरी के विधायक रहते फतेह बहादुर ने इस तरह की भाषा का प्रयोग किया है जो कही से उचित नहीं है। वही राजद विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के मामले में डेहरी के पूर्व विधायक सत्यनारायण यादव ने बताया कि फतेह बहादुर के बयान का हम क्या पूरा हिन्दू समाज निंदा करता है। राजद विधायक हिन्दू धर्म को लगातार टारगेट कर रहे हैं। यही कारण है कि वे मां दुर्गा पर आपत्तिजनक बयान दिये हैं।
लोगों में इस बयान के बाद आक्रोश देखा जा रहा है कई जगहों पर फतेह बहादुर का पुतला बनाकर फूंका गया है। डेहरी के पूर्व विधायक ने बताया कि फतेह बहादुर के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया था लेकिन पुलिस ने एफआईआर करने से मना कर दिया जिसके बाद कोर्ट की शरण ली गयी।
मां दुर्गा के को काल्पनिक और खुद को महिषासुर का वंशज बताकर चर्चा में आए आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने सवर्ण हिंदुओं पर भी बीते दिनों निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि इस देश में 72 फीसदी पिछड़े हिंदुओं को मुसलमानों से अधिक 10 फीसदी सवर्ण हिंदुओं से खतरा है। आरजेडी चीफ लालू प्रसाद ने भी कभी भूराबाल साफ करने का नारा दिया था। इससे पूर्व फतेह बहादुर सिंह ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि पहले ब्राह्मण चाहे किसी की बहू-बेटियों के साथ दुष्कर्म भी क्यों न करें, उन्हें हर अपराध के बाद क्षमा मिल जाती थी। इसके बाद आरजेडी विधायक ने मां दुर्गा को लेकर विवादित टिप्पणी की और खुद के महिषासुर का असली वंशज बता दिया।
आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने सवर्ण जाति के लोगों पर प्रहार करते हुए कहा था कि देश के 72 फीसदी पिछड़े हिंदुओं को मुसलमान से ज्यादा खतरा उन दस प्रतिशत हिंदुओं से है। एक पार्टी लगातार यह कहती है कि सभी हिंदू एकजुट हो जाओ, क्योंकि तुम्हें मुसलमानों से बहुत ज्यादा खतरा है, जबकि 72 फीसद पिछड़े हिंदू है, जिसमें एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग से आते हैं. उन्हें अब ज्यादा खतरा 10 फीसद हिंदुओं से है। सता में बैठे मनुवादी लोगों ने ही 72 प्रतिशत वाले हिंदुओं पर गोबर और पत्थर फेंके थे। ये लोग किसी दूसरे धर्म के नहीं थे और आज कहते हैं कि सभी हिंदू एक हो जाओ।
गौरतलब है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जब बिहार के मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब उन्होंने अगड़ी जातियों में शामिल भूमिहार, राजपूत, ब्राह्मण और लाला (कायस्थ) को निशाना बनाते हुए भूराबाल साफ करो का नारा दिया था। बिहार की सत्ता से बेदखल होने के बाद जब तेजस्वी ने आरजेडी की कमान अपने हाथों में ली तब उन्होंने लालू की इस गलती के लिए माफी तक मांगी थी और कहा था कि आरजेडी अब पहले वाली आरजेडी नहीं है बल्कि ए टू जेड की पार्टी हो गई है लेकिन कई ऐसे मौके आए जब आरजेडी नेताओं ने सवर्णों को लेकर विवादित बयान दिए। आरजेडी विधायक फतेह बहादुर के इस बयान के बात तेजस्वी के ए टू जेड वाली आरजेडी पर सवाल उठने लगे हैं।