UP में आरक्षण की मांग को लेकर फिर गरजे मुकेश सहनी, बोले.. अपनी ताकत पहचानें निषाद

UP में आरक्षण की मांग को लेकर फिर गरजे मुकेश सहनी, बोले.. अपनी ताकत पहचानें निषाद

DESK : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को अपना मिशन बना चुके विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी आज आगरा पहुंचे. वहां VIP के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. यूपी पहुंचते ही सहनी ने एक बार फिर निषाद समाज के आरक्षण की मांग करते हुए अपने आवाज़ बुलंद की. सहनी ने कहा कि जिस तरह बंगाल और दिल्ली में निषाद समाज के लोगों को आरक्षण मिला है, उसी तरह यूपी में भी आरक्षण मिलना चाहिए. यह लड़ाई बहुत लंबी है और मांग पूरी होने तक जारी रहेगी. 


सहनी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 16 प्रतिशत से अधिक आबादी होने के बाद भी निषाद समाज के साथ दोयम दर्जे का बर्ताव किया जा रहा है. इसके लिए निजस्वार्थ प्रेरित नेता दोषी हैं. निषाद समाज को राजपाट दिलाने का झूठा सपना दिखाकर एक नेता अपने परिवार के हित के लिए ही जुटा हुआ है. भोले भाले निषाद समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है. 


वीआइपी के द्वारा आयोजित निषाद जनचेतना रैली को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते वीआईपी संस्थापक और बिहार सरकार में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री सन् ऑफ़ मल्लाह मुकेश सहनी ने कहा कि अपने परिवार की ही भलाई सोचने वाले निषाद नेताओं ने समाज को तबाही का शिकार बना दिया. याचक नहीं शासन सत्ता का हिस्सेदार बनकर समाज की भलाई के लिए काम करने के लिए निषाद समाज को अपने वोट की ताकत को पहचाननी होगी.


मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी पार्टी का उदय 2018 में निषाद आरक्षण आंदोलन से हुआ. जिसका मुख्य उद्देश्य निषाद समाज की जातियों को अनुसूचित जाति का आरक्षण और उनका अधिकार दिलाना है. बिहार विधानसभा 2020 में राजग गठबंधन के रूप में वीआइपी अपने चुनाव चिन्ह नाव पर चुनाव लड़कर 4 विधायक बनाई. बिहार में जितना महत्व 74 विधायकों का है, उतना ही 4 विधायकों का भी हैं. 


रैली को संबोधित करते हुए सहनी ने कहा कि पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उड़ीसा में निषाद जातियों को अनूसूचित जाति का आरक्षण मिलता है तो उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड के निषाद, मल्लाह, केवट, बिंद, गोडिया आदि को क्यों नहीं. आगे सहनी ने कहा की उत्तर प्रदेश में सरकार निषाद जातियों के साथ सामाजिक राजनीतिक अन्याय कर रही है. उन्होंने मझवार,तुरैहा, गोंड, बेल्दार, खैरहा,खोरोट की तरह निषाद मछुआरा जातियों के आरक्षण और परंपरागत पुश्तैनी पेशों की बहाली की मांग की.


इसी क्रम में वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति निषाद ने जन चेतना रैली को संबोधित करते हुए कहा कि निषाद कटपीस नहीं, थान वाली जातियों का समूह है. उत्तर प्रदेश की 403 में 169 सीटों पर 40 हजार से 1.20 लाख निषाद, कश्यप, बिंद मतदाता हैं. वीआइपी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी. 


निषाद चेतना रैली को रमेश केवट ( राष्ट्रीय महासचिव) (प्रदेश अध्यक्ष) चौधरी लौटन राम निषाद, संतोष साहनी ( राष्ट्रीय अध्यक्ष), रामभरत ( प्रदेश महासचिव) हरिओम वर्मा ( प्रदेश अध्यक्ष युवामोर्चा), श्यामलाल निषाद ( प्रदेश अध्यक्ष एन वी एस), सूर्यपाल ( प्रदेश महासचिव), जयप्रकाश निषाद ( प्रदेश महासचिव युवा मोर्चा), झगड़ू राम निषाद ( मंडल अध्यक्ष अयोध्या), इंजीनियर सौरव देव ( प्रदेश प्रवक्ता), कांति मंझवार ( पूर्व निषाद पार्टी अध्यक्ष ), पुष्पा निषाद ( प्रदेश अध्यक्ष, महिला मोर्चा), उमेश सहनी ( राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ) मौजूद रहे. 


इनके अलावा अवनीश मिश्रा ( मंडल महासचिव), हरिशंकर निषाद ( प्रदेश उपाध्यक्ष), जिशान अहमद ( प्रदेश सचिव युवा मोर्चा), संतोष सोनकर ( प्रदेश उपाध्यक्ष), राजू सहनी ( प्रदेश उपाध्यक्ष), दूधनाथ निषाद ( मंडल सचिव), शिवपूजन ( सामाजिक कार्यकर्ता), डॉ. सोहनलाल निषाद ( सामाजिक कार्यकर्ता), राजाराम निषाद ( सामाजिक कार्यकर्ता), राम प्यारे निषाद ( सामाजिक कार्यकर्ता), खेमई निषाद ( सामाजिक कार्यकर्ता), रामसदन निषाद ( सामाजिक कार्यकर्ता),  नांहक राम ( ज़िला अध्यक्ष प्रयागराज), राजाराम निषाद ( मंडल सचिव), प्रदीप निषाद ( युवा मोर्चा ज़िला अध्यक्ष), डॉ मनोज ( प्रदेश उपाध्यक्ष), ओपी कश्यप ( प्रदेश सचिव),  इंद्रजीत निषाद ( जिला अध्यक्ष , जौनपुर), जैसाराम निषाद ( जिला अध्यक्ष अम्बेडकर नगर), वीरू सहनी ( राष्ट्रीय उपाअध्यक्ष), अवधेश गौड़ ( जिला अध्यक्ष , सुल्तानपुर), डी इस बिंद ( मंडल अध्यक्ष , प्रयागराज), अंजनी सिंह ( प्रदेश प्रधान महासचिव, स्वर्ण प्रकोष्ठ), प्रशांत सिंह ( प्रदेश अध्यक्ष, स्वर्ण प्रकोष्ठ), कमलेश सिंह ( युवा नेता), श्री राम वर्मा ( राष्ट्रीय सचिव), कमलेश निषाद ( मंडल प्रभारी , चित्रकूट) आदि ने संबोधित किया.