PATNA : बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जदयू एड़ी-चोटी एक किए हुए है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं कई बार इस मुद्दे को उठा चुके हैं. नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद यह मुद्दा और तेजी से उठा. मामला संसद तक भी पहुंचा. विपक्ष भी इसको लेकर मुखर है. लेकिन नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह के अलग ही सुर हैं.
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने बड़ी बात कह दी है. उन्होंने कहा है कि बिहार को विशेष दर्जा की जरूरत है. लेकिन उससे पहले उड़ीसा पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने प्लानिंग कमीशन की चर्चा करते हुए कहा कि सबसे पहले तो यह दर्जा उड़ीसा को मिलेगा.
आरसीपी सिंह ने कहा कि हमलोग 2013-14 में ही ये मांग कर चुके हैं. विशेष राज्य में मिलता क्या है? प्लानिंग कमीशन की बात तो जानते ही हैं न. नंबर एक पर था उड़ीसा तो मिलेगा सबसे पहले उसे ही न. मंत्री ने कहा कि बिहार का उत्तरी हिस्सा नेपाल के बाढ़ के कारण परेशान है. सड़कें टूट जाती हैं. गांव बर्बाद हो जाती है. इन मुद्दों को हम कई बार संसद में उठा चुके हैं. हरेक साल 30 से 40 हजार करोड़ लगता है. विशेष समस्या पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आरसीपी सिंह के इस बयान के बाद जदयू नेताओं का इस पर क्या प्रतिक्रिया आता है. खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात कर रहे हैं तो आरसीपी सिंह के इस बयान को किस नजरिये से देखेंगे. वहीं विपक्ष को भी एक और मुद्दा मिल जायेगा सरकार को घेरने का.