ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR CRIME: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा, पति-पत्नी और साली गिरफ्तार, अवैध संबंध बना घटना का कारण BIHAR CRIME: बीवी ने आशिक के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, 20 लाख कैश और जमीन की लालच में रच दिया खौफनाक साजिश Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना फरहदा में कौशल युवा प्रोग्राम प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम, समाजसेवी अजय सिंह ने युवाओं को दिखाई सफलता की राह Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से 4 ग्रामीणों की मौत, आधा दर्जन लोग घायल, मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा

आरसीपी मॉडल ने JDU के संगठन की धार को किया कुंद, ललन सिंह बिखरी हुई ताकत को एक साथ लाना चाहते हैं

1st Bihar Published by: Updated Sun, 19 Sep 2021 07:11:03 AM IST

आरसीपी मॉडल ने JDU के संगठन की धार को किया कुंद, ललन सिंह बिखरी हुई ताकत को एक साथ लाना चाहते हैं

- फ़ोटो

PATNA : जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी आरसीपी सिंह ने भले ही विधानसभा चुनाव के बाद बीते साल संभाली हो और केंद्रीय मंत्री बनने के बाद इस पद को छोड़ दिया हो लेकिन पार्टी के संगठन को आरसीपी सिंह में लंबे अरसे तक के देखते रहे राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रहते हुए उनके पास संगठन की जिम्मेदारी थी। नीतीश कुमार जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने उसके बाद से लगातार आरसीपी सिंह ने जेडीयू के संगठन को लेकर काम किया। जनता दल यूनाइटेड में आरसीपी सिंह का संगठन वाला मॉडल लागू हुआ तो अलग-अलग प्रकोष्ठ बन गए। हर जिले में लगभग दो से तीन सौ पार्टी पदाधिकारी हो गए। जो मूल इकाई से लेकर प्रकोष्ठ तक के पदाधिकारी थे लेकिन अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के बाद ललन सिंह ने इस में बड़े बदलाव किए हैं। दरअसल ललन सिंह ने जब संगठन की समीक्षा शुरू की तो उन्होंने बताया कि अलग-अलग प्रकोष्ठ के जरिए संगठन को चलाने का फैसला सही नहीं था। इस फैसले के कारण में पार्टी में संगठन की धार कुंद हो गई लिहाजा प्रकोष्ठ की भूमिका सीमित कर दी गई। 


जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार से एक बार फिर संगठन की समीक्षा की शुरुआत की है। इस दौरान वह पार्टी के विधायकों और विधान सभा चुनाव के उम्मीदवारों से मुलाकात कर रहे हैं। समीक्षा बैठक के दौरान भी यह बात सामने आ रही है कि अलग-अलग प्रकोष्ठ की वजह से पार्टी के अंदर संवाद हीनता बढ़ी। एक सूत्र में संगठन अगर पिरोया रहता तो ताकत ज्यादा धारदार दिखती लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शनिवार की समीक्षा बैठक के दौरान भी ललन सिंह ने निर्देश दिया कि जिलों में मूल पार्टी के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में ही संगठन को विस्तारित और मजबूत बनाया जाए। शनिवार को चार प्रमंडल की समीक्षा के बाद आज भी समीक्षा का यह दौर जारी रहेगा।


6 घंटे तक प्रदेश कार्यालय में ललन सिंह ने पार्टी के विधायकों और पूर्व प्रत्याशियों से बातचीत की। किसी ने अपनी जीत को लेकर प्लान की चर्चा की तो कोई यह बताना नहीं भूला कि कैसे उसे भितरघात का सामना करना पड़ा। ललन सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अब पार्टी के पदाधिकारियों की संख्या कम की जाएगी। जाहिर है आरसीपी सिंह का संगठन मॉडल ललन सिंह को रास नहीं आ रहा है। उसकी खामियां भी उजागर हो चुकी हैं। शनिवार को बैठक के दौरान विधायकों और विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से खुले तौर पर कह दिया कि प्रकोष्ठों की बजाय जिलों के अध्यक्षों और प्रखंड के अध्यक्षों को अधिकार दिए जाएं ताकि संगठन एकजुट रह सके। कई विधायकों ने 20 सूत्री कमिटी के गठन में हो रही देरी को लेकर भी चिंता जतायी। ललन सिंह ने सबको भरोसा दिया कि जल्द ही सभी तरह की परेशानियां दूर कर ली जाएंगी और संगठन मजबूत बनेगा।