रवीश कुमार के भाई को बार-बार हारने पर भी क्यों मिल जाता है टिकट ? हार के बाद कांग्रेसियों ने उठाया सवाल

रवीश कुमार के भाई को बार-बार हारने पर भी क्यों मिल जाता है टिकट ? हार के बाद कांग्रेसियों ने उठाया सवाल

PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में बवाल खड़ा हो गया है. कांग्रेस के कई नेताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर सवाल उठाया है. चंपारण के गोविन्दगंज के नेता नीलेश किशोर ने पूछा है कि उनके क्षेत्र से बार बार हारने के बावजूद ब्रजेश पांडेय को क्यों टिकट दे दिया जाता है. इसलिए कि वे रवीश कुमार के भाई हैं.


रवीश के भाई को बार-बार टिकट क्यों
पूर्वी चंपारण के गोविंदगंज के कांग्रेसी नेता नीलेश किशोर ने पार्टी के टिकट वितरण पर गंभीर सवाल उठाये हैं. नीलेश किशोर ने कहा है कि कांग्रेस गोविन्दगंज से ब्रजेश पांडे को बार-बार इसलिए टिकट देती है क्योंकि वे रवीश कुमार के भाई हैं. जबकि हर बार ब्रजेश पांडेय 25-30 हजार वोट से चुनाव हार जाते हैं. नीलेश किशोर ने कहा कि ब्रजेश पांडेय जैसे नेता चुनाव से चार दिन पहले क्षेत्र में जाते हैं फिर भी टिकट उन्हें ही मिलता है. जबकि उनके जैसे कांग्रेस के लोग लगातार पांच साल तक क्षेत्र में काम करते रहते हैं लेकिन टिकट नहीं मिलता. कांग्रेसी नेता ने प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके रहते कांग्रेस का भला नहीं होने वाला है.


उधर कांग्रेस के कई और नेताओं ने टिकट बंटवारे पर सवाल खड़े किये हैं. जाले से कांग्रेस के पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने पार्टी आलाकमान से आग्रह किया है कि वह बिहार में पार्टी को बचा ले. ऋषि मिश्रा ने कहा है कि पार्टी को कुछ लोगों ने हाईजैक कर लिया है और मदन मोहन झा के प्रदेश अध्यक्ष रहते कांग्रेस की बेहतरी नहीं हो सकती. ऋषि मिश्रा ने कहा है कि जो नेता अपने क्षेत्र का नाम-पता ठीक से नहीं जानता उसको भी कांग्रेस ने टिकट दे दिया.


दरअसल ऋषि मिश्रा ने जाले विधानसभा क्षेत्र से मस्कूर उस्मानी को टिकट दिये जाने पर सवाल खड़ा किया है. कांग्रेस ने ऋषि मिश्रा का टिकट काटकर मस्कूर को टिकट दिया था. अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर लगाने के विवाद में फंसे उस्मानी ने कांग्रेस के लिए कभी काम नहीं किया था लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट दिया. उस्मानी चुनाव हार गये.


उधर, कांग्रेस नेता जनार्दन शर्मा ने टिकट बंटवारे में बड़े पैमाने पर हेराफेरी का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी से इसकी जांच कराने की मांग की है. जनार्दन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने सक्षम और सही कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिया. प्रदेश नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर टिकट देने में मनमानी की. पार्टी को इसका परिणाम भुगतना पड़ रहा है.