रैपिड ट्रेन के नाम को लेकर सियासत: नमो के नाम से जाना जाएगा भारत का संविधान! JDU का तीखा तंज

रैपिड ट्रेन के नाम को लेकर सियासत: नमो के नाम से जाना जाएगा भारत का संविधान! JDU का तीखा तंज

PATNA: भारत को पहली रैपिड ट्रेन की सौगात मिल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित वसुंधरा सेक्टर-8 में बने स्टेशन से 'नमो भारत' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पीएम मोदी ने शुक्रवार को देश की पहली रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के शुभारंभ के साथ साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ने वाली रैपिडएक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। भारत की पहली रैपिडएक्स ट्रेन को 'नमो भारत’ के नाम से जाना जाएगा। उद्घाटन के साथ ही ट्रेन के नाम को लेकर सियासत शुरू हो गई है। जेडीयू ने इसको लेकर तीखा तंज किया है।


जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रैपिड ट्रेन का नाम ‘नमो भारत’ किए जाने पर सवाल उठाया है। ललन सिंह ने कहा है कि पूरा देश और देश का इतिहास नमो के नाम से लिखा जा रहा है। देश का पूरा इतिहास नमो के नाम से लिखा जाने वाला है। उनके आर्थिक सलाहकार कह रहे हैं कि संविधान में संशोधन पर विचार करना जरूरी है, इसका यही मतलब है कि संविधान का संशोधन कर देंगे और सारा संविधान नमो संविधान के नाम से जाना जाएगा। यही बीजेपी और केंद्र सरकार का लक्ष्य है।


वहीं पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर ललन सिंह ने बड़ा दावा किया है। ललन सिंह ने कहा है कि चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी को जमीनी हकीकत का पता चल जाएगा। कर्नाटक चुनाव में पूरे देश की मीडिया चला रही थी कि भाजपा की लहर है लेकिन जब नतीजा आया तो भाजपा कहां चली गई। पांच राज्य के चुनावों के बाद तीन दिसंबर को जब नतीजे आएंगे तो पता चल जाएगा कि बीजेपी कहां है?