PATNA: लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान का नीतीश प्रेम आज कुछ ज्यादा ही झलक गया. नीतीश कुमार के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने से पहले रामविलास पासवान ने उन्हें बधाई दे दी. हालांकि नीतीश का अपनी पार्टी का अध्यक्ष चुना जाना सिर्फ एक रस्म अदायगी है. लेकिन पार्टी की चुनावी प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है. इसी बहाने पासवान ने चौतरफा हमला झेल रहे नीतीश के सुशासन की तारीफ भी कर दी है. ऐसे में इस बधाई संदेश के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं.
रामविलास की बधाई
रामविलास पासवान ने आज ट्वीट कर नीतीश कुमार को बधाई दी. ट्वीटर पर उन्होंने नीतीश को संबोधित करते हुए लिखा-“बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को निर्विरोध जनता दल (यूनाइटेड) का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. आपके कुशल नेतृत्व में न सिर्फ जेडीयू ने नई ऊंचाइयां पायी हैं बल्कि राज्य के मुखिया के तौर पर आपने सुशासन की नई परिभाषा लिखी है.”
अध्यक्ष निर्वाचित होने से पहले ही पासवान की बधाई
दरअसल जदयू के सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया अभी चल रही है. राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नीतीश कुमार ने नामांकन किया है. लेकिन ये सिर्फ रस्म अदायगी है. नीतीश की पार्टी में दूसरा कौन नामांकन करेगा. पर अध्यक्ष के चुनाव के लिए जदयू की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक 4 अक्टूबर तक नामांकन होना था. आज नामांकन पत्र की जांच हुई और कल नाम वापस लेने की आखिरी तिथि है. किसी भी चुनाव में अगर निर्विरोध निर्वाचन की स्थिति हो तो भी रिजल्ट का एलान तब होता है जब नाम वापसी की तिथि समाप्त हो जाये. यानि कल नाम वापसी का समय समाप्त होने के बाद नीतीश कुमार को उनकी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए निर्वाचित घोषित करने की औपचारिकता निभायेगी.
जदयू नेताओं से भी फास्ट निकले रामविलास पासवान
चूंकि नीतीश कुमार अभी औपचारिक तौर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुने गये है. लिहाजा उनकी अपनी पार्टी के नेताओं ने भी नीतीश कुमार को बधाई नहीं दी है. रामविलास पासवान उनसे तेज निकल गये. वैसे सियासी गलियारे में इसके राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं. नीतीश कुमार को जदयू का अध्यक्ष बनने के साथ ही रामविलास पासवान ने उनके सुशासन की भी तारीफ कर दी. ये ऐसे वक्त में जब बिहार में जल प्रलय को लेकर नीतीश की चौतरफा निंदा हो रही है. विपक्षियों की कौन कहे भाजपा के कई नेताओं ने भी नीतीश को निशाने पर लिया है. तब रामविलास पासवान नीतीश के समर्थन में कूदे हैं.
क्या चाहते हैं पासवान
सियासी जानकारों के मुताबिक रामविलास पासवान अपने भतीजे के लिए परेशान हैं. समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उनके भतीजे प्रिंस राज चुनाव लड रहे हैं. चुनाव प्रचार शुरू है लेकिन प्रिंस राज के लिए जदयू ने कोई सुगबुगाहट तक नहीं दिखायी है. लिहाजा पासवान कुनबा परेशानी में है. रामविलास पासवान इसी कोशिश में लगे हैं कि नीतीश उनके भतीजे के लिए कमान थाम लें.