'राम' पर विवादित बोल के बाद मांझी ने BJP पर किया पलटवार, धर्म के ठेकेदार इन मामलों पर क्यों चुप्पी साध लेते हैं

'राम' पर विवादित बोल के बाद मांझी ने BJP पर किया पलटवार, धर्म के ठेकेदार इन मामलों पर क्यों चुप्पी साध लेते हैं

PATNA : भगवान श्रीराम को लेकर विवादित बयान देने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अब चौतरफा गिरने के बाद बीजेपी पर पलटवार किया है. जीतन राम मांझी ने रामायण को काल्पनिक और भगवान राम के अस्तित्व को लेकर सवाल खड़े किए थे. इसके बाद वह बीजेपी के निशाने पर आ गए थे. जीतन राम मांझी के ऊपर बीजेपी के नेताओं ने हमला बोला था. बीजेपी के विधायक हरी भूषण ठाकुर बचौल ने उन्हें जीतन 'राक्षस' मांझी तक बता दिया था. लेकिन अब मांझी इस मामले पर पलटवार करते नजर आए हैं.


जीतन राम मांझी ने अब से थोड़ी देर पहले हिंदू धर्म में दलितों के उत्पीड़न से जुड़ी कुछ खबरों को साझा करते हुए एक ट्वीट किया है. मांझी ने अपने ट्वीट में लिखा है... ये जो हम कह रहें हैं, बस सदियों का दर्द है, गुस्से का अब-तक हमने इजहार कहां किया…धर्म के राजनैतिक ठेकेदारों की ज़बान ऐसे मामलों पर चुप हो जाती है. अब कोई कुछ नहीं बोलेगा, क्योंकि धर्म के ठेकेदारों के पसंद नहीं कि दलित मंदिर में जाए, दलित धर्मिक कव्यों पर टिप्पणी करे. 







दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ऐसे ट्वीट के साथ कर्नाटक में दलितों के साथ हो रहे अत्याचार की खबर को साझा किया है. कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है और वहां कोप्पल जिले के अंदर एक माता पिता पर केवल इसलिए जुर्माना लगाए जाने की खबर सामने आई है क्योंकि उनका 2 साल का बेटा मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने चला गया था. जीतन राम मांझी ने जिस खबर को साझा किया है, उसके मुताबिक दलित माता-पिता के ऊपर ₹23000 जुर्माना लगाया गया था.