PATNA : विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार गुरुवार की शाम थम गया. चुनावी बिसात पर जीत हासिल करने के लिए लगातार तमाम राजनीतिक दलों के नेता ताबड़तोड़ रैलियां करते रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ-साथ बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने बिहार में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया, लेकिन नेताओं की रैलियों के पैमाने पर तेजस्वी यादव ने सबको पीछे छोड़ दिया.
तेजस्वी ने बनाया रिकॉर्ड
तेजस्वी यादव ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए मौजूदा चुनाव में कुल 251 जनसभाओं को संबोधित किया. तेजस्वी ने हर दिन लगभग एक दर्जन जनसभा को संबोधित किया और साथ ही साथ चार रोड शो भी किए. तेजस्वी ने महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत 16 अक्टूबर से की थी. 5 नवंबर तक के यानी 21 दिन के अंदर तेजस्वी ने कुल 251 चुनावी जनसभा की. 247 जनसभाओं को उन्होंने हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचकर संबोधित किया. जबकि चार रोड शो किए. तेजस्वी पहले नेता बने जो सबसे ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों तक पहुंच पाए. 243 में से 12 सीटों को छोड़कर लगभग सभी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित किया .
नीतीश ने 113 जनसभा की
जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस चुनाव में 113 जनसभाओं को संबोधित किया. नीतीश ने 10 जनसभाएं वर्चुअल मोड में भी की. 10 जनसभाओं के जरिए वर्चुअल मोड में नीतीश कुमार ने 43 विधानसभा क्षेत्र के लोगों को संबोधित किया. 7 सितंबर के निश्चय संवाद के जरिए उन्होंने चुनावी प्रचार अभियान की शुरुआत की थी और 14 अक्टूबर से नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर के जरिए चुनाव प्रचार के लिए निकले थे.
उधर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सुबह नेताओं ने प्रचार की कमान संभाल रखी. बीजेपी की तरफ से चुनाव के दौरान कुल 650 रैलियों का आयोजन किया गया. बीजेपी ने 1000 से ज्यादा जनसभाएं और जनसंवाद के साथ-साथ रोड शो भी किए. पार्टी के नेताओं को चुनाव प्रचार का जिम्मा दिया गया था. उन्होंने बिहार में एनडीए की जीत के लिए दिन रात एक कर दिया पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनडीए के लिए कुल 14 जनसभाओं को संबोधित किया. उन्होंने 8 दिन के अंदर दो दर्जन सभाएं की जबकि एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान में 110 सभा को संबोधित किया और नो रोड शो किए कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने 8 जनसभाओं को संबोधित किया और पार्टी के बाकी नेताओं ने भी कई रैलियां की. वही महागठबंधन अलग जाकर चुनाव लड़ रहे उपेंद्र कुशवाहा ने कुल 147 जनसभाओं को संबोधित किया. भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने 52 जनसभा के साथ 78 रोड शो भी किए जबकि पप्पू यादव ने कुल 180 जनसभाओं को संबोधित किया.