राजू तिवारी के रवैये से चिराग को लगा झटका, जानिए.. एक के बाद एक क्यों साथ छोड़ रहे हैं नेता

राजू तिवारी के रवैये से चिराग को लगा झटका, जानिए.. एक के बाद एक क्यों साथ छोड़ रहे हैं नेता

PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान का साथ लगातार उनके नेता छोड़ रहे हैं। पहले चाचा पशुपति पारस ने चिराग का साथ छोड़ा और सांसदों को अपने साथ ले गए और अब दूसरे नेताओं ने भी चिराग से मुंह मोड़ना शुरू कर दिया है। पूर्व एमएलसी बिनोद कुमार सिंह ने पार्टी को अलविदा कहा तो उनके साथ मधुबनी में एलजेपी की पूरी यूनिट नहीं चिराग से किनारा कर लिया। चिराग से पार्टी के पुराने नेताओं का मोहभंग होने के पीछे प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी का रवैया बड़ा कारण बताया जा रहा है। राजू तिवारी के रुख से पार्टी के पुराने नेता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और यही वजह है कि उन्होंने अब चिराग का साथ छोड़ने का फैसला कर लिया है। 


पार्टी को अलविदा कहने वाले मधुबनी के जिला अध्यक्ष बचनू मंडल दलित सेना के दौर से रामविलास पासवान के साथ जुड़े रहे लेकिन अब उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया। चिराग पासवान से उन्हें कोई शिकायत भी नहीं। फर्स्ट बिहार से बातचीत में बचनू मंडल ने कहा की उन्होंने अपनी बात पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी के सामने रख दी है। फर्स्ट बिहार के पास बचनू मंडल का लिखा वह पत्र है जो उन्होंने राजू तिवारी को भेजा है। फर्स्ट बिहार आपके सामने बचनू मंडल का लिखा पत्र हुबहू रख रहा है।



प्रेषित:

श्री राजू तिवारी जी,

माननीय प्रदेश अध्यक्ष,

लोक जनशक्ति पार्टी, बिहार।

महोदय,

      पार्टी के प्रति मेरे समर्पण और सक्रियता के अनेक प्रमाण आपको व्हाट्सअप मैसेज द्वारा प्रेषित है। परन्तु आपने उसे दृष्टिगत करते हुए कभी भीअपेक्षित उत्साहवर्धन नहीं किया ।  मैंने दलित सेना के बेनीपट्टी अनुमंडल अध्यक्ष के रूप में  अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करते हुए लोजपा के बेनीपट्टी प्रखंड अध्यक्ष, मधुबनी जिला लोजपा के वरीय जिला उपाध्यक्ष , मुख्य जिला प्रवक्ता , जिला अध्यक्ष पद के अपने दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करता रहा हूं । पार्टी के प्रत्येक कार्यक्रमों में मेरी सक्रियता के बावजूद आपके द्वारा मुझ पर दल विरोध का आरोप लगाए जाने से मैं काफी हतप्रभ और आहत हुआ हूं । आप पार्टी के शीर्ष पद पर हैं, तथापि आपने कभी भी एक जिला अध्यक्ष के रूप में मुझसे कभी भी बात करने की जरूरत नहीं समझी । जबकि आज अचानक आपको मेरा कृत्य दलविरोधी लगने लगा ।  उल्लेखनीय है कि मैं दिनांक 12/13 सितंबर को बरसी कार्यक्रम और बैठक में मौजूद रहा , आपसे मुलाकात भी हुई, फिर भी आपने मेरा कितना नोटिस लिया उसे आप भलीभांति जानते हैं । आपके द्वारा अनवरत उपेक्षापूर्ण बर्ताव के बावजूद पार्टी में निष्ठापूर्वक सक्रिय रहा हूं क्योंकि पार्टी में आपके आने से पूर्व से ही दलित सेना से ही जुड़ा हुआ हूं । मातृस्वरूपिणी इस पार्टी को शून्य से शिखर तक पहुंच कर आपके कार्यकाल में बिखरते हुए भी देख रहा हूं और "हम होंगे कामयाब"की तर्ज़ पर निरंतर अपने युवा बिहारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चिराग पासवान जी के आभामंडल को देखते हुए आपसे प्रदत्त सारी वेदनाओं को सहन करते हुए भी दलहित में निष्ठापूर्वक सक्रिय रहा हूं ।

      आपके द्वारा फोन पर अलोकतांत्रिक और अशोभनीय तरीके से जिस कार्पोरेट लहजे में बात कही गई उससे मैं काफी आहत हुआ हूं और परम श्रद्धेय दिवंगत अभिभावक स्व.रामविलास पासवान जी को अश्रुपूरित नेत्रों से नमन करते हुए तथा उनके राजनीतिक वारिस आदरणीय श्री चिराग पासवान जी के प्रति अपनी प्रतिबद्ध शुभकामना व्यक्त करते हुए आपके हस्तक्षेपवाली इस मातृस्वरूपा लोक जनशक्ति पार्टी से अपने दायित्वों का ईति-श्री करता हूं । आपके कारपोरेट स्टाइलिश नेतृत्व को सलाम करता हूं और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से अपना त्यागपत्र देता हूं 🙏

सादर!

              बचनू मंडल

                मधुबनी 

     दिनांक-17/09/2021