Bihar News: स्वतंत्रता सेनानी रामधारी सिंह उर्फ जगमोहन सिंह का निधन, देश की आजादी में निभाई थी अहम भूमिका Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार की सरकारी वेबसाइटों का होगा साइबर ऑडिट, आर्थिक अपराध इकाई ने बनाया बड़ा प्लान Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Crime News: बिहार में घरेलू कलह ने लिया हिंसक रूप, दांतों से पति की जीभ काटकर निगल गई पत्नी Bihar Transport: फिटनेस का फुल स्पीड खेल ! बिहार के ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर 'प्रमाण पत्र' जारी करने में देश भर में बना रहे रिकॉर्ड, गाड़ियों की जांच के नाम पर 'फोटो फ्रॉड इंडस्ट्री' ? Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान Bihar Politics: SIR के मुद्दे पर तेजस्वी के साथ खडे हुए JDU सांसद, निर्वाचन आयोग के फैसले को बताया तुगलकी फरमान बेगूसराय में 22 वर्षीया विवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कुछ महीने पहले यूपी में हुई थी शादी Bihar News: मोतिहारी में नदी से अज्ञात महिला का शव बरामद, गाँव में मचा हड़कंप
1st Bihar Published by: Ajay Ray Updated Tue, 25 Aug 2020 03:48:54 PM IST
- फ़ोटो
BUXAR : अखिल भारतीय रेल बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा बक्सर रेलवे स्टेशन पर रेलवे निजीकरण के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया गया. इस दौरान धरना में शामिल लोगों ने जमकर नारेबाजी की और रेलवे के निजीकरण के विरोध में आवाज बुलंद की. धरना का समर्थन करने पहुंचे बक्सर के कांग्रेस विधायक संजय तिवारी ने भी इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. संजय तिवारी ने कहा कि अन्य क्षेत्रों में निजीकरण के बाद अब केंद्र सरकार की नजर रेलवे पर पड़ गई है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे का निजीकरण करके आम लोगों का हक मार रही है जिसे कभी होने नहीं दिया जाएगा.
इधर कोरोना काल में बिना परमिशन के धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को रेलवे प्रशासन ने रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन धरना में शामिल लोगों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी और भीड़ इकट्ठा कर धरना प्रदर्शन और हो हंगामा करते रहे. इस बाबत रेल डीएसपी अशोक कुमार दास ने बताया कि नियमों का उल्लंघन कर धरना दे रहे लोगों को रोकने का हर संभव प्रयास किया गया लेकिन लोगों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी, ऐसे में इनके खिलाफ जो भी कानून सम्मत कार्रवाई होगी वह की जाएगी.
गौरतलब है कि रेलवे निजीकरण के खिलाफ अब धीरे-धीरे लोग न केवल आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं बल्कि कई संगठनों का भी इनको समर्थन मिल रहा है ऐसे में यह आंदोलन धीरे-धीरे बड़ा रुक तैयार कर रहा है ऐसे में सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण का फैसला आगे क्या रंग लाएगा यह देखना भी काफी दिलचस्प होगा।