DELHI: रेलवे के ई-टिकट बुकिंग में करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने टिकटों की कालाबाजारी कर रहे इंटरनेशनल गिरोह का खुलासा किया है. इस गिरोह के तार पाकिस्तान, दुबई और बांग्लादेश तक फैले हैं. यह रैकेट टिकटों की धांधली कर हर महीने करोड़ों कमाता था.
खुलासे में पता चला है कि टिकट धांधली के पैसों का इस्तेमाल आतंकी फंडिंग में हो रहा था. आरपीएफ ने इस मामले में झारखंड के रहने वाले गुलाम मुस्तफा को भुवनेश्वर से अरेस्ट किया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. मुस्तफा के साथ आरपीएफ ने 27 अन्य लोगों को भी अरेस्ट किया है. आरपीएफ ने बताया कि मुस्तफा के पास से दो लैपटॉप बरामद किए हैं, जिनमें एएनएमएस नाम का एक सॉफ्टवेयर भी है. वहीं आतंकी फंडिंग से मामला जुड़ा होने के कारण अब इस पूरे केस की जांच आईबी और एनआईए करेगी.
रैकेट के खुलासे से पता चला है कि ये गिरोह महज 1.48 मिनट में 3 टिकट बुक कर लेते थे. सैकड़ों आईडी के जरिए टिकटों की धांधली का ये खेल चलता था. ये गिरोह मिनटों में ही हजारों टिकटों की अवैध तरीके से बुकिंग कर लेता था. जिसके कारण जरूरतमंद आम लोगों को टिकट नहीं मिल पाता था. आरपीएफ के मुताबिक ये गैंग कई बार 85 फीसदी टिकट अकेले ही बुक कर लेता था, जिसे मनमाने रेट पर यात्रियों को बेचता था.