ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: विशाल प्रशांत ने 900 करोड़ की विकास परियोजनाओं किया पेश, नितिन गडकरी ने किया विमोचन, कहा- “तरारी बनेगा विकास का मॉडल” Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, IMD ने अभी से किया सावधान Bihar Election 2025: मोकामा में आचार संहिता उल्लंघन का मामला, ललन सिंह और सम्राट चौधरी पर केस दर्ज; अनंत सिंह के समर्थन में निकला था रोड शो Bihar Election 2025: पहले चरण के प्रचार का शोर थमेगा आज , 18 जिलों में 6 नवंबर को वोटिंग; इतने करोड़ मतदाता करेंगे मतदान Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी बेतिया में मिनीगन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार और उपकरण के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर

रेल ई-टिकट बुकिंग में करोड़ों के घोटाले का खुलासा, आतंकी फंडिंग में पैसे लगाते थे दलाल

1st Bihar Published by: Updated Wed, 22 Jan 2020 10:19:08 AM IST

रेल ई-टिकट बुकिंग में करोड़ों के घोटाले का खुलासा, आतंकी फंडिंग में पैसे लगाते थे दलाल

- फ़ोटो

DELHI: रेलवे के ई-टिकट बुकिंग में करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है. रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने टिकटों की कालाबाजारी कर रहे इंटरनेशनल गिरोह का खुलासा किया है. इस गिरोह के तार पाकिस्तान, दुबई और बांग्लादेश तक फैले हैं. यह रैकेट टिकटों की धांधली कर हर महीने करोड़ों कमाता था.


खुलासे में पता चला है कि टिकट धांधली के पैसों का इस्तेमाल आतंकी फंडिंग में हो रहा था. आरपीएफ ने इस मामले में झारखंड के रहने वाले गुलाम मुस्तफा को भुवनेश्वर से अरेस्ट किया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. मुस्तफा के साथ आरपीएफ ने 27 अन्य लोगों को भी अरेस्ट किया है. आरपीएफ ने बताया कि मुस्तफा के पास से दो लैपटॉप बरामद किए हैं, जिनमें एएनएमएस नाम का एक सॉफ्टवेयर भी है. वहीं आतंकी फंडिंग से मामला जुड़ा होने के कारण अब इस पूरे केस की जांच आईबी और एनआईए करेगी.


रैकेट के खुलासे से पता चला है कि ये गिरोह महज 1.48 मिनट में 3 टिकट बुक कर लेते थे. सैकड़ों आईडी के जरिए टिकटों की धांधली का ये खेल चलता था. ये गिरोह मिनटों में ही हजारों टिकटों की अवैध तरीके से बुकिंग कर लेता था. जिसके कारण जरूरतमंद आम लोगों को टिकट नहीं मिल पाता था. आरपीएफ के मुताबिक ये गैंग कई बार 85 फीसदी टिकट अकेले ही बुक कर लेता था, जिसे मनमाने रेट पर यात्रियों को बेचता था.