PATNA: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यह मामला इतना बड़ा नहीं था। उन्होंने कहा कि आनन फानन में सदस्यता रद्द करने की जरूरत नहीं थी।
श्री सहनी ने कहा कि मैं न्यायपालिका के फैसले पर अंगुली नहीं उठा रहा। मैं शुरू से न्यायपालिका का सम्मान किया है और आगे भी करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि जहां तक यह फैसला है उससे देश के अधिकांश लोग असहमति जता रहे हैं, उनमें से मैं भी एक हूं।
उन्होंने कहा कि यह मामला इतना बड़ा नहीं था। अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाने के बाद आनन फानन में 12 घंटे के अंदर जिस तरह से लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई उसकी जरूरत नहीं थी, थोड़ा इंतजार करना चाहिए था।
उन्होंने कहा जिस बयान को लेकर सजा सुनाई गई है वैसे बयान चुनाव के समय हजारों नेता बोलते हैं। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि मुझे न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा विश्वास है और पूरी संभावना है कि ऊपरी अदालत में जाने के बाद निश्चित रूप से स्टे हो जाएगा।