पूर्व IAS अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को नीतीश ने दी बड़ी जिम्मेवारी, JDU के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गये

पूर्व IAS अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को नीतीश ने दी बड़ी जिम्मेवारी, JDU के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गये

PATNA: बिहार की राजनीतिक गलियारे से बड़ी खबर पटना से आ रही है। पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। मनीष वर्मा जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय महासचिव बनाये गये हैं। 


बिहार विधान परिषद के महासचिव सदस्य आफाक अहमद खान ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल प्रभाव से मनीष कुमार वर्मा को जनता दल (यूनाइटेड) का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है।


9 जुलाई 2024 को ही पटना और पूर्णिया के पूर्व डीएम व 2000 कैडर के IAS मनीष कुमार वर्मा JDU में शामिल हुए थे। जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और मंत्री विजय चौधरी ने पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी और जेडीयू में उनका स्वागत किया था। 


बता दें कि मनीष कुमार वर्मा 2000 बैच के आईएस हैं जो पटना और पूर्णिया के डीएम रह चुके हैं। मनीष कुमार वर्मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परामर्शी भी रह चुके हैं। जेडीयू की सदस्यता ग्रहण के बाद प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने उन्हें बुके देकर पार्टी में स्वागत किया था। तब उमेश कुशवाहा ने कहा था कि मनीष वर्मा जी का प्रशासनिक अनुभव रहा है इनका आना पार्टी के लिए और बेहतर होगा। 


बता दें कि अनिवार्य सेवानिवृति लेने के बाद मनीष वर्मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परामर्शी थे। मनीष वर्मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा के रहने वाले हैं। नीतीश कुमार के जिले के साथ-साथ उनकी जाति से भी ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में यह कहा जा रहा था कि पूर्व आईएएस मनीष वर्मा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। जो कयास लगाये जा रहे थे वो आज सच साबित हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा JDU के राष्ट्रीय महासचिव बनाये गये हैं। इस बात की आधिकारिक ऐलान भी किया जा चुका है। 


बता दें कि 2000 बैच के उड़ीसा कैडर के IAS मनीष वर्मा की पहली पोस्टिंग कालाहांडी के सब कलेक्टर के तौर पर हुई थी। 2012 में जब अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति के तहत मनीष वर्मा बिहार आए थे तभी उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। वो पटना, पूर्णिया सहित कई जिलों के डीएम भी बने फिर नीतीश कुमार के सचिव भी रह चुके हैं लेकिन 2018 में उन्होंने वीआरएस ले लिया और रिटायरमेंट के बाद राजनीति में एंट्री करने का मन बनाया। आखिरकार वो नीतीश की पार्टी जेडीयू में शामिल हो गये हैं। वो नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं। यही कारण है कि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। 


JDU का दामन थामने के बाद पूर्व आईएएस मनीष वर्मा ने कहा था कि 21 साल नौकरी करने के बाद मुझे लगा कि अब बिहार की जनता की सेवा किया जाए इसलिए वीआरएस लेकर जनता दल यूनाइटेड के साथ आ गये हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि पहले मैं दिल से जनता दल यूनाइटेड के साथ था और आज इस दल में ही शामिल हो गये हैं। जनता दल यूनाइटेड के परिवार का सदस्य बनकर राज्य की जनता के हित के लिए काम करूंगा और पार्टी जो भी जिम्मेवारी देगी उसका बखुबी पालन करूंगा। 


मनीष वर्मा ने कहा था कि हमने लालटेन युग में पढ़ाई की थी। लालटेन युग में लालटेन को साफ करते-करते आईएएस बन गए। नीतीश कुमार जब बिहार के मुख्यमंत्री बने तब उन्होंने बिहार का अंधकार से प्रकाश में लाने का काम किया। अगर आज बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारण ही समाजवाद जिंदा है।