PURNEA: नदियों के बढ़ते जलस्तर से तटीय इलाकों में कटाव लगातार जारी है। पूर्णिया में महानंदा, कनकई, परमान नदियां लगातार उफान पर है। जिसके कारण ग्रामीण इस तटीय इलाकों में खौफ के साये में रहने को विवश हैं। यहां रहने वाले लोग अब अपना आशियाना खूद उजाड़ रहे हैं और ऊंची जगह पर पलायन करने को विवश है। अब तक किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिलने से नाराज ग्रामीण सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
यह तस्वीर बायसी के बंगामा पंचायत के मरवा गांव की है जहां नदी का कटाव जारी है। कई बड़े मिट्टी के टुकड़े नदी में समा रहे हैं। तटीय क्षेत्रों को यह अपनी आगोश में लेता जा रहा है लेकिन अब तक सरकार की नजर इसपर नहीं पड़ रही है। नदी के कटाव से करीब आधा दर्जन से अधिक परिवार प्रभावित हुआ है। इनके घर नदी में विलिन हो गये और जो बच गये वे अपना आशियाना खुद उजाड़ने को मजबूर हैं।
महादलित टोला में नदी का कटाव लगातार जारी है। लोगों के खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। जिससे उन्हें भारी परेशानी हो रही है। लोगों का कहना है कि इस समस्या को लेकर उन्होंने स्थानीय विधायक, सांसद और अंचलाधिकारी से भी बातें की और उनके समक्ष अपनी समस्याएं रखी लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ भी हासिल नहीं हुआ। लोगों ने महादलित बस्तियों को बचाने की मांग की गयी है।
तटबंध के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कोई समाधान नहीं निकाला गया तो शायद पूरा गांव ही नदी में समा जाएगा। यहां की स्थिति को देख अब लोग यहां से पलायन कर रहे हैं। कई लोग मध्य विद्यालय में रह रहे हैं। पीड़ित परिवार जल संसाधन विभाग और जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगा रहे हैं। कटाव प्रभावित परिवारों को आवास और जमीन उपलब्ध कराने की मांग की हैं और कटाव निरोधी कार्य चलाने की मांग कर रहे हैं।