पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद की हत्या के मामले में मंत्री लेसी सिंह पर आरोप, परिजनों ने बड़ी साजिश बताया

पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद की हत्या के मामले में मंत्री लेसी सिंह पर आरोप, परिजनों ने बड़ी साजिश बताया

PURNEA : पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद रिंटू सिंह की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. हत्या के बाद परिजनों ने बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं. रिंटू सिंह के पिता और परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या के पीछे बड़ी राजनैतिक साजिश है. उन्होंने सीधे-सीधे बिहार सरकार की मंत्री और धमदाहा से विधायक लेसी सिंह को इस साजिश के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया है. परिवार वालों का कहना है कि मुख्य आरोपी आशीष सिंह का भतीजा है.


रिंकू सिंह की हत्या के बाद परिजनों की तरफ से लगाए गए आरोप इस मामले पर आगे सियासत तेज होने के संकेत दे दिए हैं. लेसी सिंह पर लगे आरोपों को लेकर फर्स्ट बिहार ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया. उनके फोन पर कई दफे घंटी जाती रही लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. 


फिलहाल रिंटू सिंह हत्याकांड को लेकर उनके ऊपर जो आरोप लगे हैं, उस पर लेसी सिंह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आ पाई है. परिजनों का आरोप है कि बीते विधानसभा चुनाव में बेनी सिंह हत्याकांड के दौरान लेसी सिंह का नाम सामने आया था. विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह पूर्व जिला पार्षद और हाल ही में हुए चुनाव में उनकी पत्नी ने जिला परिषद सदस्य के तौर पर जीत हासिल की थी.


आपको बता दें कि शुक्रवार की रात पूर्णिया में अपराधियों ने सरेशाम जिला पार्षद पति विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह को गोलियों से भून डाला. रिंटू सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. रिंटू खुद भी जिला पार्षद रह चुके हैं. हत्या की ये वारदात पुलिस थाने के पास हुई और अपराधी आराम से निकल गये. इस मामले में कुछ बडे सियासी चेहरों की ओऱ भी शक की सूई घूम रही है.  


अपराधियों ने जिला पार्षद अनामिका सिंह के पति विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना पूर्णिया के सरसी थाना से चंद कदमों की दूरी पर हुई. सरसी के पूर्व जिला पार्षद विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला. रिंटू सिंह सरसी पेट्रोल पंप के पास खड़े थे कि अपराधी वहां आ पहुंचे. अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसायी. रिंटू सिंह को सिर समेत शरीर के कई दूसरे हिस्सों में गोलियां लगी वहीं उनकी मौत हो गयी.  


हत्या की ये वारदात सरेशाम पुलिस थाने से चंद कदमों की दूरी पर हुई. अपराधी आराम से हत्या कर निकल गये और पुलिस को भनक नहीं लगी. पुलिस तब पहुंची जब उसे मामले की जानकारी दी गयी. इस बीच बड़ी संख्या में स्थानीय लोग वहां पहुंच गये हैं. हत्यान से नाराज लोग जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. उनका आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के कारण ही अपराधी रिंकू सिंह की हत्या कर निकल गये. आक्रोशित लोग शव को उठने नहीं दे रहे हैं. 



घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस अधिकारी लोगों को समझाने में लगे रहे लेकिन लोग शांत नहीं हो रहे थे. लोगों पुलिस से खासे नाराज हैं. पुलिस आश्वासन दे रही है कि हत्या करने वाले अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.  


घटना में कई बड़े सियासी चेहरों पर शक की सूई घुम रही है. स्थानीय लोग बता रहे हैं कि विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह अपने क्षेत्र में बहुत लोकप्रिय थे. वे खुद जिला पार्षद रहे. बाद में जब सीट रिजर्व हुआ तो अपनी पत्नी को जिला पार्षद बनवाया. वोटरों के एक बड़े तबके पर उनकी पकड़ थी. पूर्णिया जिले के एक बड़े सियासी नाम से उनकी अदावत भी जगजाहिर थी. लोग हत्या के पीछे इस एंगल को भी कारण बता रहे हैं. हालांकि अभी परिजनों की ओर से कोई एफआईआर दर्ज नहीं करायी गयी है.