MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल
1st Bihar Published by: Updated Wed, 02 Feb 2022 12:25:44 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के सियासी गलियारे से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया की घर वापसी हो गई है. 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान रामेश्वर चौरसिया बीजेपी छोड़कर एलजेपी में चले गए थे. एलजेपी की टिकट पर उन्होंने विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन अब एक बार फिर उन्होंने घर वापसी की है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल समेत प्रदेश के अन्य प्रमुख नेताओं ने पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उनका स्वागत किया है.
रामेश्वर चौरसिया में नोखा विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी रखी थी. लेकिन यह सीट जेडीयू के कोटे में चली गई. उसके बाद रामेश्वर चौरसिया ने लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा. रामेश्वर चौरसिया ने सासाराम विधानसभा सीट से किस्मत आजमाई लेकिन वह जीत नहीं पाए. हालांकि चौरसिया का टिकट काटे जाने से एनडीए को इस इलाके में खासा नुकसान पहुंचा. पिछले दिनों इसी इलाके से लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ने वाले बीजेपी नेता राजेंद्र सिंह की भी घर वापसी कराई गई थी. राजेंद्र सिंह ने दिनारा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था. यह सीट जदयू के कोटे में थी. हालांकि राजेंद्र सिंह के चुनाव लड़ने की वजह से वहां जेडीयू के कैंडिडेट और सरकार के तत्कालीन मंत्री जय कुमार सिंह को हार का सामना करना पड़ा था. जेडीयू से अलायंस में बीजेपी के नेताओं को टिकट नहीं मिला. वह लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़े, लेकिन अब एक-एक कर सब की घर वापसी हो रही है.
बीजेपी ने घर वापसी अभियान के जरिए कहीं न कहीं जेडीयू को भी अब क्लियर मैसेज दे दिया है कि वह अपने नेताओं को ज्यादा दिनों तक दूर नहीं रह पाएगी. जेडीयू ने पिछले दिनों राजेंद्र सिंह की घर वापसी पर एतराज जताया था और अब रामेश्वर चौरसिया के वापस बीजेपी में शामिल होने के बाद जेडीयू की प्रतिक्रिया क्या होती है यह देखना भी दिलचस्प होगा. इसके पहले पूर्व विधायक उषा विद्यार्थी की भी बीजेपी में वापसी हो चुकी है. उसका विद्यार्थी ने भी जेडीयू के कैंडिडेट के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था और यहां जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा था.