PATNA: बिहार में 15 दिनों के अंदर 10 पुल गिर गये। आज बुधवार को ही चार पुल के गिरने की बात सामने आई। जिसे लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में आज का चौथा पुल गिरा। लगातार पुलों के धंसने और गिरने की बात सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित आवास पर अधिकारियों के साथ बैठक की।
जिसमें पुलों के रखरखाव को लेकर कई आवश्यक निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिये। पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने अपने-अपने विभागों के पथों और पुलों के निर्माण एवं रखरखाव से संबंधित जानकारी सीएम नीतीश को दी।
अधिकारियों से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि 2005 से बिहार के सभी क्षेत्रों में लगातार विकास कार्य किए जा रहे हैं। आवागमन में लोगों को किसी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए बड़ी संख्या में पथों एवं पुलों का निर्माण कराया गया। लेकिन इसके निर्माण भर से काम नहीं चलेगा बल्कि बेहतर रखरखाव भी जरूरी है। पथों और पुलों के मेंटेंनेंस पर उन्होंने जोर दिया।
पथ निर्माण विभाग ने पुलों की मेंटेनेंस पॉलिसी बनाई है लेकिन ग्रामीण कार्य विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण कार्य विभाग को भी मेंटेनेंस पॉलिसी बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने दोनों विभागों के अधिकारियों से कहा कि पथों एवं पुलों के रखरखाव को लेकर सतर्क रहे और लगातार निगरानी करते रहें। काम में किसी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बिहार में जितने भी पुराने पुल हैं उसका निरीक्षण करे और उसकी स्थिति की जानकारी लें। वही जितने भी निर्माणाधीन पुल हैं उसकी भी गुणवता पर ध्यान दें और समय पर निर्माण कार्य पूरा कराएं। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार और राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष अभय कुमार सिंह भी मौजूद थे।