पटना में प्रॉपर्टी के लिए बेटा बना मां-बाप का कातिल, पत्नी और बेटे के साथ मिलकर की हत्या

पटना में प्रॉपर्टी के लिए बेटा बना मां-बाप का कातिल, पत्नी और बेटे के साथ मिलकर की हत्या

PATNA : राजधानी पटना में बीते दिनों रिटायर्ड शिक्षक दंपती की हत्या का मामला सामने आया था. इस मामले पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी थी. जांच में जो खुलासा हुआ उसे जान कर आप भी हैरान रह जाएंगे. दरअसल, दंपति के इकलौते बेटे ने अपनी पत्नी और बेटे के साथ मिलकर प्रॉपर्टी के लिए मां-बाप की निर्मम हत्या कर दी थी. बेटे रंजीत उर्फ निप्पू, पोता अभिषेक और बहू संजू देवी की अंगुली, नाखून और कपड़े पर लगे खून के निशान ने हत्या का राज खोल दिया. 


जानकारी के अनुसार, पटना के रामकृष्णानगर के शिवाजी चौक में रिटायर्ड शिक्षक ब्रज किशोर प्रसाद और उनकी पत्नी कमल लता सिन्हा की दो दिनों पहले हत्या कर दी गई थी. मामले की जांच में उनका बेटा, बहु और पोता ही हत्यारे निकले. पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो सच्चाई सामने आई. सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार के मुताबिक रंजीत अक्सर पिता ब्रज किशोर से पैसे की मांग करता था. इससे परेशान होकर उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया. जिसके बाद गुस्से में रंजीत ने हत्या की साजिश रची. 


पूछताछ में रंजीत ने बताया कि उसके पिता ब्रज किशोर रोज सुबह उठते ही दूध लाने जाते थे. गुरुवार की सुबह साढ़े छह बजे रंजीत सेकेंड फ्लोर से फर्स्ट फ्लोर पर आया और पिता के कमरे के दरवाजे को खटखटाया. दरवाजा खुलते ही रंजीत ने बाहर से धक्का दिया. उसके पिता गिर गए और उन्हें काफी चोट आई. इसको लेकर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया. इसी बीच संजू और अभिषेक भी पहुंच गए और ब्रज किशोर से मारपीट करने लगे. इससे तीनों के अंगुली, नाखून और कपड़े पर खून के निशान लग गए. 


इसी बीच संजू और अभिषेक ने मौका पाकर रस्सी का फंदा बनाया और ब्रज किशोर के गले में डालकर कस दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. इसके बाद तीनों ने मिलकर मां कमल लता सिन्हा की भी उसी तरीके से हत्या कर दी. हत्या का राज छुपाने के लिए रंजीत, संजू और अभिषेक ने फर्श की सफाई की और पड़ोस में रहने वाले लोगों और रिश्तेदारों को ब्रज किशोर और कमल लता की मौत कोरोना से होने की जानकारी दी. 


आपको बता दें कि ब्रज किशोर 13 साल पहले रिटायर हुए थे. जिस घर में पति-पत्नी की मौत हुई थी, उसे नौकरी के दौरान ही बनवाया था. उसके अतिरिक्त महुली में छह कट्ठा जमीन खरीदी था. गौरीचक में खानदानी संपत्ति भी है. इसके बावजूद भी बेटे से परेशान ब्रज किशोर कंकड़बाग में किराया के मकान रह रहे थे. दो साल पहले बेटा-बहू के अनुरोध पर रामकृष्णानगर आ गए थे.