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CHHAPRA: चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर इन दिनों पदयात्रा के जरिए बिहार में सियासी जमीन तलाश कर रहे हैं। जन सुराज यात्रा के तहत बिहार के विभिन्न पंचायतों का दौरा कर पीके महागठबंधन की सरकार के साथ साथ केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर भी हमला बोलते दिख रहे हैं। पदयात्रा के दौरान सारण के जलालपुर पहुंचे प्रशांत किशोर ने बिहार की बंद पड़ी चीनी मिलों को लेकर पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला और उन्हें अपने वादों की याद दिलाई।
दरअसल, प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा के तहत इन दिनों सारण के विभिन्न पंचायतों का दौरा कर रहे हैं और लोगों को बता रहे हैं कि कैसे लालू-नीतीश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें धोखा देने का काम किया है। छपरा के जलालपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीके ने कहा कि बिहार में सारण अकेला जिला नहीं है जहां उद्योग बंद हुए हैं। अकेले चंपारण में 35 से अधिक चीनी मिल थे, जो करीब करीब बंद हो चुके हैं। इनमें वे बंद पड़े चीनी मिल भी शामिल हैं, जिनके बारे कभी नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जबतक उस चीनी मिल से बनी चीनी की चाय नहीं पी लूंगा, वोट मांगने नहीं आउंगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि छपरा के एक चीनी मिल को लेकर भी प्रधानमंत्री ने ऐसी ही बात कही थी। लेकिन आज चंपारण के उसी चीनी मिल की जमीन को बीजेपी के लोगों ने मिलकर बंदरबांट कर लिया। ऐसे में बिहार में उद्योगों का बंद होने कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी जो बड़ी समस्या है वह सिर्फ उद्योगों पर आधारित नहीं है। लोगों को लगता है कि बिहार में बेरोजगारी इसलिए है क्योंकि यहां बड़े उद्योग नहीं हैं, लेकिन ये सब बेकार की बाते हैं।