DESK : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बड़ी तेजी से फ़ैल रही है. कोरोना से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. बिहार समेत कई राज्यों में कर्फ्यू, नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन का एलान किया गया है. ऐसे में कई लोगों के काम भी बंद पड़े हैं. बॉलीवुड और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री पर भी इसका भारी असर पड़ा है. इसी कड़ी में एक ताजा मामला सामने आया है. दरअसल सेक्स रैकेट के धंधे में भोजपुरी की हीरोइन को पुलिस ने पकड़ा है, जिसके काम बंद हो जाने के कारण ये रास्ता अपनाया.
मामला मुंबई का है. जहां भोजपुरी सिनेमा में काम करने वाली हीरोइन को सेक्स रैकेट के धंधे में गिरफ्तार किया गया है. मीरा भयंदर वसई विरार कमिश्नर सर्कल 1 के डीसीपी अमित काले के मुताबिक कोरोना काल में काम बंद हो जाने के कारण कुछ दलाल लड़कियों को इस गलत धंधे में लेकर आये थे. पुलिस को इसकी सूचना मिल रही थी. लॉकडाउन के कारण भोजपुरी फिल्मों या वेब सीरीज में काम करने वाली हीरोइनों के पास भी नौकरी नहीं थी. इसलिए दलाल उन्हें भी वेश्यावृति के धंधे में लेकर आये.
डीसीपी अमित काले ने बताया कि पुलिस की एक टीम ने सेक्स रैकेट के अड्डे पर छापेमारी कर कुछ लोगों के साथ 5 लड़कियों को पकड़ा गया. बताया जा रहा है कि इसमें दलाल भी शामिल थे. पकड़ने के बाद हालांकि पुलिस ने सभी 5 लड़कियों को छोड़ दिया. इसमें भोजपुरी फिल्मों में काम करने वाली हीरोइन भी शामिल थीं.
पुलिस के मुताबिक कुछ दलाल इस बात का फायदा उठा रहे हैं कि भोजपुरी फिल्मों या वेब सीरीज में काम करने वाली युवतियों के पास नौकरी नहीं है. पैसे के लालच में युवाओं को वेश्यावृत्ति का लालच दिया जा रहा था.
बताया जा रहा है कि जब पुलिस को इसकी गुप्त सूचना मिली तो पुलिस फर्जी ग्राहक बनकर गई और लड़कियों की मांग की. वहां मौजूद दलाल पांच अन्य लोगों के साथ मीरा रोड पर एसके स्टोन के पास एक लॉज में ले गया. इस दौरान डीसीपी अमित काले की टीम ने जाल बिछाया और लड़कियों के साथ दो दलालों को पकड़ लिया. आरोपियों पर पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. साथ ही पांच पीड़ित लड़कियों को रिहा कर दिया गया है.
गौरतलब हो कि इससे पहले सांगली जिले के अटपडी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर को कुछ महीने पहले सेक्स रैकेट में शामिल होने के कारण गिरफ्तार किया गया था. सांगली शहर के पास करनाल रोड पर होटल रणवीर में हाई प्रोफाइल वेश्यावृत्ति से इनकार किया गया था.
छापेमारी के दौरान एक पुलिस निरीक्षक सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि दो लड़कियों को पकड़ने के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया था.