पुलिस कस्टडी में आरोपी की पिटाई, SHO पर लगा मारपीट का गंभीर आरोप

पुलिस कस्टडी में आरोपी की पिटाई, SHO पर लगा मारपीट का गंभीर आरोप

BETTIAH : बिहार में आए दिन पुलिस महकमे और उनकी कार्यशैली पर सवाल उठते रहते हैं। अभी हाल ही में में बेतिया के योगापट्टी थाने में तैनात दरोगा के तरफ से फरियादी को भद्दी भद्दी गाली देने कि आंडियो वायरल हो रहा था। हालांकि, इस वीडियो के सटीकता की पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता है। बाबजूद इसके अब पुलिस महकमे की साख पर दाग लगाने वाला एक और मामला सामने आया है। यहां बैरिया थाना में दो युवको को पीटाई की गई है। इस मामले में थानाध्यक्ष सहित कई पुलिसकर्मी के शामिल होने की बात कही जा रही है। 


 मिली जानकारी के मुताबिक बेतिया में दो भाईयों की पुलिस अभिरक्षा में पिटाई करने के आरोप में बैरिया पुलिस बुरी तरह से फंस गई है। यहां एसीजेएम तृतीय प्रतीक आनंद द्विवेदी के न्यायालय में पेशी के दौरान गिरफ्तार दोनों युवकों ने न्यायधीश के समक्ष शरीर पर पड़े जख्म को दिखाते हुए बताया कि पुलिस उनके साथ मारपीट की है। हालांकि कांड के अनुसंधानकर्ता मधु कुमारी ने न्यायालय में बैरिया पीएचसी से निर्गत मेडिकल रिपोर्ट दाखिल कर बताया कि दोनों मानसिक व शारीरिक रुप से सही है।


जिसके बाद न्यायालय ने मधु कुमारी से पूछा कि यह रिपोर्ट सही है...तो आप ही बताए कि अभियुक्तों के साथ थाना से कोर्ट लाने के दौरान मारपीट की गयी है। जिसके बाद दारोगा असहज हो गयी। न्यायालय ने जख्मियों को रिमांड नहीं लिया। इसके बाद अनुसंधानकर्ता ने दोनों भाईयों व उनकी मां को जमानत का लाभ दिया और उन्हें जीएमसीएच लाकर भर्ती कराया। जहां दोनों का इलाज चल रहा है।


जानिए क्या है मामला

बता दे कि बैरिया थाना परिसर के चहारदीवारी से सटे शौचालय की टंकी निर्माण को ले हुए विवाद में पुलिस पर कथित हमला करने के आरोप में पुलिस ने दो भाईयों रंजीत चौधरी व रतन चौधरी तथा उसकी मां प्रभा देवी को गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए न्यायालय लेकर पहुची थी। लेकिन पुलिस को जमानत देना पड़ा। यह घटना शनिवार की है। पुलिस ने उन्हें जमानत दी और दोनों को गवर्नमेंट मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया है।


रंजीत व रतन के शरीर पर हैं कई जख्म

उधर, इस मामले में पीड़ित ने बताया कथाना के मुंशी, दारोगा राकेश कुमार व तीन अन्य पुलिस वालों ने उन्हें पकड़कर थाना के ऊपरी मंजिल पर स्थित बड़ा बाबू के कमरे में ले गए। वहां पर लात-जुत्तों से पीटा गया। उन्हें धमकाया गया। इधर, थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि रंजीत व रतन के द्वारा लगाए गए आरोप गलत व निराधार है। बैरिया पीएचसी में दोनों को दिखाया गया था, उन्हें कोई दिक्कत नहीं थी। पुलिस को बदनाम करने के लिए इन लोगों ने न्यायालय में जख्म व बीमार होने की बात कही है। वहीं एसडीपीओ रजनीश कांत प्रियादर्शी ने बताया कि शुक्रवार को रात में दोनों ने बैरिया थाने की जमीन में शौचालय टंकी का निर्माण करा रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस जब मना की तो पुलिस के साथ गाली गलौज करने लगे। तबतक  मौके पर और ग्रामीण पहुंच गए और पुलिस के साथ मारपीट करने लगे उसी में दोनों को हल्का चोटें आईं है।

बेतिया से संतोष कुमार की रिपोर्ट