DELHI : पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर अटल भूजल योजना का शुभारंभ किया है। इस मौके पर उन्होनों भूजन की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमें पानी के लिए सचेत होने की जरूरत है।
कम से कम पानी से अधिक से अधिक काम हो । स्टार्टअप के दुनिया के लोग इस मसले पर आगे आ सकते हैं। कुछ नया इजाद कर सकते हैं कि पानी कैसे बचाया जा सकता है। लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत है कि लोग जागरूक हो। सबसे ज्यादा पानी का उपयोग खेती में होता है। हमारी खेती भूजल पर निर्भर है। पुराने तौर तरीकों से पानी बर्बाद होता है।
पीएम मोदी ने हरियाणा सरकार को बधाऊ देते हुए कहा कि सरकार ने कम पानी वाली फसलों के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया। उन्होनें कहा कि कुछ फसलों में ज्यादा पानी की जरूरत है। जिससे भूजल स्तर तेजी से घटता है। हमें कम पानी वाले फसलों की तरफ अग्रसर होने होगा। उन्होनें कहा कि बूंद-बूंद पानी से परिवर्तन आता है। जहां कम पानी है वहां वाटर बजट बनाए जाने की जरूरत है। अटल जल योजना के तहत जो ग्राम पंचायत पानी के लिए बेहतरीन काम करेगी उन्हें और ज्यादा राशि दी जाएगी।
बता दें कि इस योजना के लिए सरकार की ओर से 6,000 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। अटल भूजल योजना का लाभ छह राज्यों को मिलेगा। भूजल योजना में उतर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र शामिल हैं। केंद्र सरकार की ओर से शुरू किए गए इस योजना का लाभ 8,350 गांवों को लाभ मिलेगा।