PATNA : बिहार चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए जो एजेंडा सेट किया उस पर महागठबंधन ने पलटवार किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छठ पूजा तक के बिहार में गरीबों को मुफ्त अनाज देने के सरकार के फैसले की याद दिलाई तो महागठबंधन ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि छठ पूजा के बाद बिहार में गरीबों की भूख कैसे मिटेगी.
दूसरे चरण का चुनाव प्रचार थमने के बाद महागठबंधन के नेताओं ने साझा प्रेस वार्ता करते हुए एनडीए के सामने सवालों की झड़ी लगा दी है. आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा और कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा में संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए एनडीए से कई सवाल पूछे हैं. नीति आयोग ने देश के पिछड़ेपन के लिए बिहार और बिहारियों को कारण बताया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छठ पूजा तक मुफ्त राशन देने की बात कर रहे हैं लेकिन छठ पूजा के बाद बिहार के गरीबों की भूख कैसे मिटेगी यह बड़ा सवाल है.
महागठबंधन ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर की सरकार किसने गिराई सबको पता है. पहली बार बीते कुछ सालों में रोजगार पर चुनाव हो रहा है. रविवार को अपने भाषण में पीएम ने कोई जानता के हित की बात नहीं की. 10 लाख नौकरी, संविदाकर्मियों के सवाल, समान काम समान वेतन का सवाल पीएम के भाषण में कुछ नहीं कहा.
पीएम मोदी के आने से पहले कुछ विभागों के ठीकेदार के यहां आयकर का छापा पड़ा. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी और केंद्र सरकार के समक्ष विशेष राज्य का दर्जा की मांग रखा जायेगा. अगर मोदी सरकार नहीं मानेगी तो आमरण अनशन पर बैठेंगे.