DESK : पीएम मोदी ने एक चुनावी रैली में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा कि देश के आजाद होने के दूसरे दिन ही प्रभु राम का मंदिर बनाने का निर्णय होना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
पीएम मोदी ने कहा कि, कांग्रेस ने राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकरा दिया, लेकिन अंसारी परिवार ने पीढ़ी दर पीढ़ी इस बात के लिए कोर्ट में लड़ाई की और कहा कि यहां राम मंदिर नहीं बाबरी मस्जिद थी, लेकिन जिस दिन कोर्ट का फैसला आया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए कोर्ट का फैसला सर्वोपरि है और अंसारी ने मुसलमान होने के बाद भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इसमें शिरकत की, ये फर्क होता है।
इसके बाद पीएम ने कहा कि ये देश विकास भी चाहता है विरासत भी चाहता है। हमारे पूर्वजों ने अयोध्या में प्रभु राम के लिए 500 साल तक लड़ाई लड़ी, लाखों लोग मौत के घाट उतार दिए गए। देश आजाद होने के दूसरे दिन ही प्रभु राम का मंदिर बनाने का निर्णय होना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। ऐसा काम करने के लिए 56 इंच का सीना लगता है। तब जाकर 500 साल का सपना पूरा होता है, 500 का इंतजार समाप्त होता है।
पीएम ने कहा कि कांग्रेस का मकसद यही था कि छत्रपति शिवाजी महाराज की कहानी पता नहीं चले. नवाबों ने, सुल्तानों ने, बादशाहों ने हमारे मंदिरों को लूटा, लेकिन हमारे शहजादे ने उन्हें क्लीन चिट दे दी। लोग पूछ रहे हैं कि तुष्टिकरण के लिए आपका और कितना पतन होगा. शहजादे कह रहे हैं कि अगर वे सत्ता में आए तो वे एक्स-रे करेंगे। वे ढूंढ के निकालेंगे कि आपके पास क्या है. अगर ज्यादा है तो उसे अपने वोट बैंक को दे देंगे।