पीपापुल खुलते ही नावों पर ओवरलोडिंग शुरू, देखने वाला कोई नहीं

पीपापुल खुलते ही नावों पर ओवरलोडिंग शुरू, देखने वाला कोई नहीं

PATNA CITY: समय से पहले बिहार में मानसून ने दस्तक दे दी है। लगातार हो रही बारिश ने लोगों की समस्याएं बढ़ाकर रख दी है। बारिस के पानी से गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। इस बार फिर से बिहार में बाढ़ जैसे हालात बननते दिख रहे है। गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण कच्ची दरगाह पर बने पीपा पुल को पुल निर्माण कंपनी ने खोल दिया है। पीपा पुल के खुलने के बाद राघोपुर और सम्मसपुर दियारा में रहने वाले लोगों की समस्या बढ़ गयी है। 


दियारावासियों के आवागमन का अब एकमात्र साधन नाव ही रह गया है। जिससे अपनी जान जोखिम में डालकर लोग आवागमन कर रहे हैं। हालांकि इनकी मजबुरी का फायदा नाव वाले उठा रहे है। नाव पर क्षमता से अधिक लोगों को सवार किया जा रहा है। यही नहीं इनके साथ-साथ बड़ी गाड़ियों को भी नाव पर लादा जा रहा है। जिसे देखने वाला कोई नहीं है।



खराब मौसम होने के कारण गंगा के लहरों में काफी उफान देखने को मिल रही है। इसके बावजूद लोग नाव पर यात्रा करते देखे जा रहे हैं। नाव पर आवागमन करना शायद इनकी मजबुरी भी बनी हुई है क्यों कि इसके अलावे लोगों के पास कोई साधन नहीं है। यह स्थिति इसलिए बनी हुई है कि गंगा के जलस्तर बढ़ने के बाद पटना सिटी के कच्ची दरगाह स्थित बने पीपा पुल को खोल दिया गया है।



ऐसे में इनके आवागमन का एकमात्र साधन नाव ही है जो दियारावासियों को राजधानी पटना तक पहुंचाती है। जिला प्रशासन का आदेश है कि नाव पर क्षमता से अधिक लोगों को नहीं बैठाना है लेकिन इन आदेशों की अवहेलना करते हुए नाविक क्षमता से अधिक लोगों को नाव पर सवार कर रहे है। ऐसे में इन्हें शायद किसी का डर नहीं है और इन्हें रोकने वाला भी कोई नहीं है। घाट पर पुलिस की मौजूदगी नहीं होने के कारण नाविक अपनी मनमानी करते हैं। ओवरलोडिंग के कारण कभी भी बड़ा हादसा होने का खतरा बना रहता है लेकिन पैसे की लालच में नाविक लोगों के साथ खिलवाड़ करते हैं।  

     


स्थानीय लोगों का कहना है कि पीपा पुल के खुल जाने से उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। नाव से यात्रा करने पर हमेशा जान पर खतरा बना रहता है। वही शादी का लग्न होने के कारण लोग अपनी जान खतरे में डालकर नाव पर यात्रा कर रहे हैं। पुल नहीं रहने के कारण दियारावासियों को एक और समस्या का सामना करना पड़ता है वो है बच्चों की शादी नहीं हो पाना। आवागमन का साधन नहीं रहने के कारण लोग इनके परिवार में शादियां करना नहीं चाहते जिसके कारण कई शादियां टूट भी जाती है। दियारावासियों को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।