PATNA : एनआईए ने फुलवारीशरीफ पीएफआई मामले में बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने बड़े स्तर पर हवाला मॉड्यूल का खुलासा किया है। इसके साथ ही साथ पांच हवाला ऑपरेटर को अरेस्ट भी किया गया है।
दरअसल, एनआईए ने बिहार और कर्नाटक से चल रहे एक पीएफआई फंडिंग-बाय-हवाला मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है, जिसकी जड़ें संयुक्त अरब अमीरात में थीं। एनआईए की टीम ने कासरगोड, केरल और दक्षिण कन्नड़, कर्नाटक से पांच पीएफआई गुर्गों को अरेस्ट किया है। इसकी पहचान महम्मद सिनान, सरफराज नवाज, इकबाल, अब्दुल रफीक एम और आबिद के एम के रूप में की गई।
मालूम हो कि, राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ से जुलाई 2022 में मामले का खुलासा हुआ था एनआईए अधिकारी ने कहा था कि, फुलवारीशरीफ और मोतिहारी में पीएफआई के मेंबर ने गुप्त तरीके से पीएफआई की गतिविधियों को जारी रखने की शपथ ली थी। उन्होंने हाल ही में बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक विशेष समुदाय के युवक को मारने के लिए बंदूक और गोला-बारूद की व्यवस्था भी की थी। इस मामले में स्थानीय अधिकारियों ने पांच फरवरी को तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
जानकारी हो कि, इन अरेस्ट हुए लोगों को लेकर अधिकारी ने बताया था कि, ये पांचों आरोपी पीएफआई के आपराधिक साजिशों में एक्टिव पाए गए हैं। ये भारत से बाहर से अवैध धन को ट्रांसफर कर पीएफआई नेताओं और कैडर्स के बीच वितरित करने में शामिल थे। पिछले साल जुलाई 2022 में सात आरोपी व्यक्तियों को फुलवारीशरीफ से गिरफ्तार किया गया था।
आपको बताते चलें कि, अब इसी मामले में एनआईए ने कासरगोड (केरल) और दक्षिण कन्नड़, कर्नाटक में छापेमारी कर पांच लोगों को अरेस्ट किया है। अधिकारी ने कहा कि प्रतिबंधित होने के बावजूद पीएफआई और उसके कैडर हिंसक चरमपंथ की विचारधारा का प्रचार करते रहे और अपराध करने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की व्यवस्था भी कर रहे थे।