PATNA: बिहार सरकार का नगर विकास विभाग क्या एक अधिकारी के घर से चल रहा है? सत्ता के गलियारे में चर्चा ऐसी ही है. नीतीश सरकार की देश दुनिया में फजीहत करा चुके नगर विकास मंत्री के चहेते अधिकारी के घर से ही सारी डीलिंग हो रही है. चर्चा ये भी है कि इसी अधिकारी के फरमान पर कल मंत्री ने पटना त्रासदी की जांच को रफा दफा करने के लिए आरोपियों की ही कमिटी बना दी थी. एक बार फिर सरकार की फजीहत कराने के बाद नगर विकास मंत्री अपने बयान से पलट गये.
क्या बीजेपी अपने निकम्मे मंत्री पर कार्रवाई करेगी
पटना त्रासदी के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सरकार को दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का अल्टीमेटम दे रहे हैं. लेकिन कल नगर विकास मंत्री के आदेश ने मंत्री की कलई खोल दी. पटना में तबाही मचाने के लिए जिन अधिकारियों को सबसे ज्यादा कसूरवार माना जा रहा था, नगर विकास मंत्री ने उन्हीं अधिकारियों को जांच कमिटी में रख कर उन्हें दोषियों का पता लगाने का काम दे दिया. मंत्री के आदेश के बाद पूरे देश में फिर से बिहार सरकार की फजीहत हुई. बेशर्मी की इंतिहा देखिये कल ही बकायदा आदेश निकालने वाले मंत्री आज अपने आदेश से मुकर गये. मंत्री ने कहा कि उन्होंने ऐसी कोई कमिटी बनायी ही नहीं थी. आप इस खबर के साथ मंत्री का वो आदेश भी पढ़ सकते हैं जो कल निकाला गया था. अब सवाल ये है कि क्या बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अपने दागदार मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
एक अधिकारी के घर से चल रहा है नगर विकास विभाग
उधर सत्ता के गलियारे में चर्चा ये है कि नगर विकास विभाग मंत्री के सबसे चहेते माने जाने वाले एक अधिकारी के घर से चल रहा है. ठेके से लेकर ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल अधिकारी और उनकी पत्नी कर रही हैं. उसी अधिकारी ने जांच कमिटी बना कर मामले की लीपापोती करने का प्लान बनाया था. दरअसल नगर विकास विभाग से जुडे एक कॉरपोरेशन को कमाई का सबसे बड़ा अड्डा बना दिया गया है. पटना में हुई तबाही के लिए इस कॉरपोरेशन का काम देख रहे अधिकारी को सबसे बड़ा विलेन माना जा रहा है. लेकिन मंत्री जी के चहेते अधिकारी और कॉरपोरेशन के हेड की जोड़ी की कहानी विभाग से जुड़ा हर शख्स जानता है. जांच का सारा खेल इस गिरोह ने खेला था.
सुशील मोदी की खास पसंद हैं नगर विकास मंत्री
बिहार के नगर विकास मंत्री को सुशील मोदी की खास पसंद बताया जाता है, सुशील मोदी के कोटे से ही सुरेश शर्मा मंत्री बने और उन्हें नगर विकास जैसा अहम विभाग सौंपा गया. जबकि सुरेश शर्मा की पहचान कई और बातों के लिए होती रही है. मंत्री बनने के बाद वे पश्चिम बंगाल गये और एक होटल में मारपीट कर लिया. उस वक्त मंत्री के साथ मौजूद एक महिला को लेकर कई सवाल उठे. लेकिन सुशील मोदी की कृपा से सुरेश शर्मा पर कोई आंच नहीं आयी. अब मंत्री जी पूरे देश में बिहार सरकार की नाक कटवा चुके हैं. देखना होगा अब भी नीतीश कुमार या बीजेपी नेतृत्व मंत्री पर कार्रवाई करता है या नहीं.