ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: शादी की खुशियां मातम में बदली, बारात निकलने से पहले आया हार्ट अटैक; इंतजार करती रह गई दुल्हन Pahalgam Terror Attack: “चौकीदार आतंकियों को रोकने में असफल रहा, हिंदुओं को स्वयं करनी होगी अपनी रक्षा” : अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती Pahalgam attack: पहलगाम हमले में पति की मौत पर टूटी पत्नी, बोली- वहां जाकर उजाड़ ली अपनी दुनिया 100 साल पुराना पुल तोड़ने गई JCB खुद नाले में गिरी, मंदिरी काठपुल पर काम-काज ठप Bihar Mausam Update: बिहार के इन 9 जिलों के 33 ब्लॉक के लिए हाई अलर्ट, वज्रपात, आंधी-पानी की चेतावनी, जानें.... Success Story: 6 बार की असफलता से भी नहीं टूटे हौसले, 7वीं बार में UPSC में हासिल की सफलता; जानें.. निशा की सक्सेस स्टोरी Bihar News: प्रचंड गर्मी के बीच भागलपुर में भीषण आग, कई घर जलकर तबाह Bihar Teacher News: बीपीएससी टीआरई-3 शिक्षकों की पोस्टिंग कब और कैसे होगी ? ACS एस.सिद्धार्थ ने दी यह जानकारी, जानें... Seema Haider: सीमा हैदर ने भारत सरकार से लगाई गुहार "मैं भारत की बहू हूं, मुझे यहीं रहने दिया जाए" पहलगाम आतंकी हमले के बाद हाई अलर्ट, पाकिस्तानी नागरिकों की कुंडली खंगाल रही पुलिस, कश्मीरी छात्रों को मिला सुरक्षा का भरोसा

प्राकृतिक आपदा के चलते डूबा पटना, मेयर सीता साहू का अजीबो गरीब बयान, कहा- क्यों दें इस्तीफा

1st Bihar Published by: Updated Fri, 04 Oct 2019 07:33:01 PM IST

प्राकृतिक आपदा के चलते डूबा पटना, मेयर सीता साहू का अजीबो गरीब बयान, कहा- क्यों दें इस्तीफा

- फ़ोटो

PATNA: राजधानी पटना के कई इलाके अभी भी जलमग्न हैं. लोगों को न तो पीने का पानी मिल रहा है और न ही खाने को भोजन. निचले इलाकों में अभी भी घरों में पानी भरा हुआ है. कुछ इलाकों में महामारी के फैलने की भी खबर है. लोगों को इस आपदा के सात दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी राहत नहीं मिल पायी है लेकिन राजधानी को संवारने वाले और लोगों को जिंदगी को बेहतर बनाने का दावा करने वाले लोग इसे महज प्राकृतिक आपदा बताकर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं.

सीता साहू ने जिम्मेदारी से झाड़ा पल्ला

करोड़ों की लागत से राजधानी पटना को संवारने का दावा करने वाला नगर निगम इसे प्राकृतिक आपदा बताकर पल्ला झाड़ रहा है. पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू इस आपदा के लिए बुडको को जिम्मेदार ठहरा रही हैं और कहती हैं कि वो इस्तीफा क्यों देंगी. पटना की मेयर सीता साहू का जब आप तर्क सुनेंगे तो आप भी हैरान रह जाएंगे. मीडिया के सवालों का जवाब देने के दौरान सीता साहू अपनी जिम्मेदारियों से भागती नजर आयीं. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा में कोई क्या कर सकता है?

लोगों से ज्यादा अपनी कुर्सी बचाने को तरजीह

ये बयान है उस मेयर का जिसके कंधों पर राजधानी को संवारने की जिम्मेदारी है. जिसके उपर राजधानी में रह रहे लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी है. दरअसल बड़े- बड़े होटलों में बैठकर झुग्गियों में रहने वाले लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने का दावा करने वाले लोगों को यह कहां पता है कि गरीबों और आम लोगों की जिंदगी कैसे चलती है. एक मायने में कहा जाए तो नगर निगम का मुख्य काम अब अपने पसंद का मेयर और डिप्टी मेयर बनाने तक ही सीमित रह गया जान पड़ता है. हरेक दो साल पर मेयर और डिप्टी मेयर का कथित गुट एक दूसरे को कुर्सी से हटाने की जुगत में लगा रहता है और इसके पीछे होता है रुपयों का खेल.