PATNA: दिल्ली, देहरादून समेत देश के कई शहरों मे धूम मचाने वाला 'आजादी की दीवानी दुर्गा भाभी' नाटक का मंचन 18 एवं 19 मार्च को प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित हो रहे अनिल मुखर्जी शताब्दी नाट्य महोत्सव के पांच दिवसीय आयोजन में होगा. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली से जुड़े नाट्य निर्देशक अक्षयवर श्रीवास्तव की 45 रंगकर्मियों की टीम इसके लिए विशेष रूप से पटना आ रही है. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बिहार आर्ट थिएटर के अध्यक्ष और पूर्व सांसद आर. के. सिन्हा ने बताया कि अनेकों क्रांतिकारियों समेत शहीद चंद्रशेखर आजाद को माउजर पिस्टल उपलब्ध कराने से लेकर शहीद भगत सिंह और राजगुरु को अपने तीन वर्षीय पुत्र के साथ लाहौर से निकालने का कार्य दुर्गा भाभी ने ही अंजाम तक पहुंचाया था.
आर के सिन्हा ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी रहे नाट्यकार निर्देशक अनिल कुमार मुखर्जी की 107 वीं जयंती पर 16 से 20 मार्च तक चलने वाले नाट्य महोत्सव में पहले दिन हिन्दी साहित्य सम्मेलन सभागार में संगोष्ठी भी होगी, जिसमें स्लम बस्तियों के युवकों को रंगकर्मी बनाने में वर्षों से जुटे वरिष्ठ रंगकर्मी सुरेश कुमार हज्जु और ओडिशा की चर्चित लोक रंगकर्मी पुष्पांजलि बेहरा को 'अनिल मुखर्जी शताब्दी शिखर सम्मान' और वरिष्ठ रंगकर्मी अशोक घोष को 'कालिदास सम्मान' प्रदान किया जाएगा.
मौके पर उपस्थित वरिष्ठ रंगकर्मी कुमार अनुपम के अनुसार दुर्गा भाभी के अलावा प्रेमचंद रंगशाला में दिल्ली के नाट्य निर्देशक महेंद्र प्रसाद सिंह की बहुचर्चित टीम चर्चित भोजपुरी नाटक “मास्टर गनेसी राम” का मंचन 17 मार्च को करेगी और 20 मार्च को बिहार आर्ट थिएटर से प्रशिक्षित कलाकारों द्वारा “पोरस सिकंदर” नाटक प्रस्तुत होगा.
आर के सिन्हा ने आगे जानकारी दी कि नाट्यकार अनिल दा के लिखे पालकी, विप्लवी, कॉकटेल, असम मेल, कारखाना, नया बंगला, महात्मा गांधी का अंतिम एक वर्ष आदि नाटकों ने 60 से लेकर 80 के दशक मे देश भर मे धूम मचा दी थी. कालिदास रंगालय उन्हीं की देन है जो धन के अभाव मे अब जीर्णोद्धार का मुहँ देख रहा है. जिसके लिए वृहत परियोजना बनाई जा रही है.
अन्य प्रश्न के उत्तर मे आर के सिन्हा ने माना कि बिहार के रंगकर्मियों को रोजगार मे खेल प्रतिभाओं के समकक्ष आरक्षण मिलना चाहिए जिसके लिए वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलेंगे और राजगीर मे बन रही फिल्म सिटी मे ही राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की बिहार शाखा स्थापित करने के लिए जमीन प्रदान करने की मांग करेंगे. इस मौके पर बिहार आर्ट थिएटर के महासचिव कुमार अनुपम, संयोजक रमेश सिंह, सिकंदर ए आजम, अवधेश विशाल, अशोक घोष सहित कई रंगकर्मी भी मौके पर मौजूद थे।