PATNA : पटना में एक कलयुगी पिता ने अपने ही बेटा और बेटी की जान लेने की कोशिश की. कलयुगी पिता को इतना गुस्सा आया कि उसने बेटे को गंगा नदी में फेंक दिया और जैसे ही बेटी को फेंकने के लिए उठाया कि लोगों ने उसे पकड़ लिया. जिसके बाद दोनों की जान बच गई.
बताया जा रहा है कि उठक-बैठक नहीं करने और अखबार नहीं पढ़ने पर गुस्साये पिता ने मासूम बेटे और बेटी की जान लेने की कोशिश की. मामला पटना के दीघा थाना क्षेत्र के 83 नंबर घाट की है.जहां गुस्सैल पिता ने पहले बेटे को गंगा में फेंक दिया और फिर बेटी को फेंकने की तैयारी कर ही रहा था, तभी वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया और दोनों मासूमों की जान भी बचा ली.
इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची दीघा थाने की पुलिस लक्ष्मी नगर के रहने वाले शत्रुघ्नन पांडेय और उनके दोनों बच्चों को थाने ले आई. शत्रुघ्नन को कड़ी फटकार लगाई गई और बांड भरवाकर छोड़ दिया. पुलिस ने चेतावनी दी है कि यदि दोबारा ऐसी गलती की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
शत्रुघ्न ने पुलिस को बताया कि उसने अपने सात साल के बेटे को रोज अखबार पढ़ने और 25 बार दंड बैठक लगाने की कड़ी नसीहत दी है. शनिवार को बच्चे ने न अखबार पढ़ा और न ही दंड बैठक लगायी. रात में जब पिता घर लौटा तो पूछने पर उसने झूठ बोल दिया. जैसे बेटे के झूठ बोलने की जानकारी शत्रुघ्न को पता चला उसने गुस्से में बेटे को बेरहमी से पीटा. फिर उसे और डेढ़ साल की बेटी को लेकर बाइक से गंगा में फेंकने निकल गया. घाट पर पहुंचने के बाद उसने बेटे को पानी में फेंक दिया, फिर उसने बेटी को फेंकने की कोशिश की लेकिन तब तक लोगों ने उसे देख लिया और दोनों बच्चों को बचा लिया गया.