पटना के अब हर मोहल्ले में डेंगू के मरीज, त्योहारी मौसम में आप भी बचकर रहें

पटना के अब हर मोहल्ले में डेंगू के मरीज, त्योहारी मौसम में आप भी बचकर रहें

PATNA : डेंगू जैसी बीमारी राजधानी पटना में बड़ी तेजी से फैल रही है। पटना के हर मोहल्ले में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। त्यौहार के इस मौसम में डेंगू के केस से लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में लोगों को खुद सतर्कता बरतने की जरूरत है। पीएमसीएच में गुरुवार को 64 लोगों की डेंगू जांच हुई। 20 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। इनमें आठ पटना के निवासी हैं। पटना में अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 133 हो गई है। शहर के प्रायः सभी इलाके अब डेंगू की चपेट में आ गए हैं। कंकड़बाग, शेखपुरा, मालसलामी, बिरला कॉलोनी जैसे इलाके डेंगू के नए हॉटस्पॉट बन गए हैं। उधर गुरुवार को बिरला कॉलोनी से दो. मालसलामी, दुर्गा आश्रम गली शेखपुरा, रामनगरी मोड़, कंकड़बाग, पीएमसीएच हॉस्टल व शहर के कई मोहल्लों में भी लगातार डेंगू पीड़ित मिल रहे हैं।


बकरी के दूध की बढ़ी डिमांड

राजधानी पटना में डेंगू के मामले बढ़ने के साथ ही बकरी के दूध की डिमांड बढ़ गई है। बकरी का दूध मिलना है ऐसे भी थोड़ा मुश्किल काम है लेकिन जहां कहीं भी उपलब्ध है उसकी कीमतें अब पहले से ज्यादा हो गई हैं। बकरी के दूध के अलावा गिलोय और पपीते की पत्तियों से भी डेंगू का इलाज किया जाता है। पटना आयुर्वेदिक अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. धनंजय शर्मा ने बताया कि बकरी का दूध, पपीते का पत्तियों व गिलोय का रस डेंगू में काफी कारगर है। वहीं बकरी के दूध से ताकत मिलती है। उन्होंने कहा कि अब दवा दुकानों में पपीते की पत्तियों, गिलोय और बकरी दूध से निर्मित दवाइयां भी मिलने लगी हैं।


एनएमसीएच में भी आये मामले 

पटना के पीएमसीएच में डेंगू के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है लेकिन पटना के दूसरे अस्पतालों में भी डेंगू के मरीज लगातार पहुंच रहे हैं। प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने वाले लोगों की संख्या के बारे में सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है। एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग में डेंगू पीडित दो मरीजों का इलाज चल रहा है। उपाधीक्षक डॉ सरोज कुमार ने बताया कि अब तक शिशु रोग विभाग में डेंगू से पीड़ित पांच बच्चों को भर्ती कराया गया। सभी को डिस्चार्ज किया। मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि मेडिसिन विभाग में डेंगू से पीड़ित दो मरीज भर्ती है।