PATNA : पटना को डुबोने वाले जिम्मेदार इंजीनियरों पर सरकार ने अब गाज गिराई है। बड़े अधिकारियों के बाद अब कुल 13 इंजीनियरों पर सरकार ने कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। पटना जलजमाव के लिए दोषी जिन इंजीनियरों पर गाज गिरी है उनमें पथ निर्माण विभाग के 5 और पीएचईडी के 8 इंजीनियर शामिल हैं। इनके अलावे एक कार्यपालक अधिकारी को भी सस्पेंड किया गया है।
पटना जलजमाव की जांच के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी ने 10 फरवरी को ही इन अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की थी। इसके पूर्व बड़े अधिकारियों के खिलाफ इस मामले में है गाज गिर चुकी है और अब इन इंजीनियरों को निलंबित किया गया है। निलंबन के बाद इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी चलाई जाएगी। इनके अलावे बुडको में संविदा पर कार्यरत 7 और इंजीनियरों पर भी कार्रवाई तय माना जा रहा है। संविदा पर काम करने वाले सभी इंजीनियर पटना जलजमाव के लिए दोषी पाए गए हैं। इनका जवाब मिलने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई करेगी।
पथ निर्माण विभाग और पीएचईडी के जिन 15 इंजीनियरों पर गाज गिराई गई है उनमें मुख्य अभियंता भवानी नंदन, अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश सिंह और कार्यपालक अभियंता योगेंद्र कुमार, सूर्यकांत, संजीव चौधरी का नाम शामिल है। यह सभी पथ निर्माण विभाग से संबंध है जबकि पीएचइडी से निलंबित 8 इंजीनियरों में एक अधीक्षण अभियंता तीन कार्यपालक और चार कनीय अभियंता शामिल हैं। निलंबित होने वाले इंजीनियरों की सूची में रामचंद्र प्रसाद के अलावे संतोष कुमार, सुदर्शन प्रसाद सिंह, दया शंकर प्रसाद शामिल हैं। जिन चार कनीय अभियंताओं को निलंबित किया गया है उनका नाम विजय कुमार सिंह, सतीश कुमार, राज कुमार और अनिल कुमार महतो है।